जादवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University) में पिछले दिनों एक छात्र की मौत के मामले में पुलिस ने दो छात्रों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस केस में यौन उत्पीड़न एंगल से भी जांच कर रही है।
कोलकाता। इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University) के 18 साल के छात्र की रैगिंग और उसके बाद मौत मामले में कोलकाता पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए छात्रों की पहचान दीपशेखर दत्ता और मनोतोष घोष के रूप में हुई है। दीपशेखर अर्थशास्त्र के दूसरे वर्ष और मनोतोष समाजशास्त्र के दूसरे वर्ष का छात्र है।
इससे पहले पुलिस ने यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र सौरभ चौधरी को गिरफ्तार किया था। शनिवार को उसे 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उससे की जा रही पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। चौधरी अवैध रूप से हॉस्टल में रह रहा था। उसने 2022 में गणित में एमएससी की थी।
रैगिंग के वक्त कपड़े उतारने को किया गया मजबूर
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्र की बेहद क्रूरता के रैगिंग की गई थी। उसके साथ यौन उत्पीड़न भी किया गया था। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। ऐसी जानकारी मिली है कि यूनिवर्सिटी में छात्रों को रैगिंग के वक्त कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया जाता था।
मरने से पहले छात्र ने मां से कहा था- डर लग रहा है
स्वप्नदीप कुंडू 9 अगस्त को रात 11:45 बजे के आसपास यूनिवर्सिटी के हॉस्टल की बालकनी से गिर गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। कुंडू बंगाली (ऑनर्स) के प्रथम वर्ष का छात्र था। स्वप्नदीप कुंडू के चाचा अरूप ने बताया कि स्वप्नदीप ने बुधवार शाम को अपनी मां से बात की और उन्हें बताया कि उसे अच्छा महसूस नहीं हो रहा है। वह डरा हुआ है। उसकी मां ने उससे पूछा कि क्या हुआ था और उसने कहा, 'मम्मी प्लीज जल्दी आओ। मुझे आपको बहुत सारी बातें बतानी हैं।' एक घंटे बाद फोन आया कि स्वप्नदीप बालकनी से गिर गया है। स्वप्नदीप के पिता रामप्रसाद कुंडू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके बेटे की मौत के लिए हॉस्टल में रहने वाले कुछ छात्र जिम्मेदार हैं।