
Jagdeep Dhankhar Resign:उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य कारण बताई है। इस पद से इस्तीफा देकर जगदीप धनखड़ ऐसे तीसरे उपराष्ट्रपति बने हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद छोड़ दिया। चलिए, आपको बताते हैं उन दोनों नामों के बारे में, जिन्होंने उपराष्ट्रपति रहते हुए ही अपना पद से इस्तीफ दे दिया था और आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया?
धनखड़ से पहले वी. वी. गिरि ने भी उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। साल 1969 में राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के निधन के बाद वी. वी. गिरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था। इसके बाद उन्होंने 2 जुलाई 1969 को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह राष्ट्रपति चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में हिस्सा लेना चाहते थे। ऐसा करके वह पहले ऐसे उपराष्ट्रपति भी बन गए हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया।
बता दें कि 21 जुलाई 2007 को उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह फैसला तब लिया था जब वे राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए की उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल से हार गए थे। शेखावत के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद 21 दिनों तक खाली रहा था। इसके बाद मो. हामिद अंसारी को उपराष्ट्रपति चुना गया था। वे 11 अगस्त 2007 से 10 अगस्त 2017 तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे थे।
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इसके अलावा, आर. वेंकटरमन, शंकर दयाल शर्मा और के. आर. नारायणन जैसे उपराष्ट्रपतियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन उन्होंने यह कदम राष्ट्रपति बनने के बाद उठाया था। वहीं, कृष्णकांत इकलौते ऐसे उपराष्ट्रपति रहे हैं, जिनका कार्यकाल के दौरान निधन हो गया था। उनका निधन 27 जुलाई 2002 को हुआ था।