जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट पर खुफिया एजेंसी, जैश-ए-मोहम्मद ने तबिलान के साथ की थी बैठक

अधिकारी ने कहा- हमने खुफिया एजेंसियों को सोशल मीडिया पर नजर रखने का आदेश दिया है। 24 अगस्त को, हमें पाकिस्तान से दो आतंकवादियों की आवाजाही के बारे में इनपुट मिला।

Asianet News Hindi | Published : Aug 28, 2021 10:34 AM IST

नई दिल्ली. सीमा पार से आतंकियों की आवाजाही की सूचना मिलने के बाद खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में संभावित आतंकी हमले की चेतावनी दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए खुद को तैयार करने के लिए संबंधित राज्य की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के साथ इनपुट शेयर किया गया था।

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उन्होंने कहा कि अगस्त के तीसरे सप्ताह के दौरान कंधार में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के नेताओं और तालिबान नेताओं के बीच एक बैठक के बारे में पता चलने के बाद सभी खुफिया एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बैठक में तालिबान नेताओं के एक समूह ने भाग लिया, जहां जैश ने  भारत-केंद्रित अभियानों में उनका समर्थन मांगा। सूत्र आगे बताते हैं कि बैठक में पाकिस्तान के राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई। 

हमने खुफिया एजेंसियों को सोशल मीडिया पर नजर रखने का आदेश दिया है। 24 अगस्त को, हमें पाकिस्तान से दो आतंकवादियों की आवाजाही के बारे में इनपुट मिला, जो श्रीनगर में ग्रेनेड हमले की योजना बना रहे थे। सभी संबंधित एजेंसियों को इसके लिए अलर्ट कर दिया गया है। सभी राज्यों को सुरक्षा अभ्यास करने और आतंकवाद रोधी इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखने के लिए अलर्ट कर दिया गया है।

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तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल में कब्जा किया था उसके बाद से वहां की  लोकतांत्रिक सरकार गिर गई थी। कई देशों ने अनिश्चित सुरक्षा स्थिति के कारण अपने नागरिकों और राजनयिक कर्मियों को संकटग्रस्त राष्ट्र से निकालना शुरू कर दिया है इसके साथ ही कुछ देश अफगान नागरिकों को भी शरण दे रहे हैं। 
 

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