जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ तेज होने के साथ ही टेरर ग्रुप जैश व लश्कर में ठनी, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

Published : Mar 31, 2025, 07:10 PM ISTUpdated : Mar 31, 2025, 08:22 PM IST
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सार

Jammu Kashmir news: भारतीय खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की बढ़ती घुसपैठ का खुलासा किया है। लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से गहराते मतभेद और पाकिस्तान सेना की भूमिका पर विस्तृत रिपोर्ट। 

Jammu Kashmir news: जम्मू-कश्मीर में एक ओर आतंकी घुसपैठ तेज हुई है तो दूसरी ओर पाकिस्तान समर्थित दो बड़े आतंकी गुटों में मतभेद चरम पर पहुंच चुका है। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के बीच मतभेद बढ़ता ही जा रहा है। स्थितियां यह कि पाकिस्तानी सेना की दोनों गुटों के बीच समझौता कराने की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। इन अपडेट्स के बाद भारत की खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।

एजेंसियों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान समर्थित राज्यीय ताकतें जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के जंग में प्रशिक्षित आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करा रही हैं। हाल के महीनों में घुसपैठ के मामलों में काफी इजाफा दिख रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने अचानक से बढ़े घुसपैठ को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया है।

जैश को मिला पाकिस्तानी सेना का साथ

जैश का हौसला इसलिए भी बढ़ा हुआ है क्योंकि उसे पाकिस्तानी सेना का समर्थन प्राप्त है। पाकिस्तानी सेना की सहमति और सिक्योरिटी के वादो के बाद जैश ने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ तेज कर दी है। पाकिस्तानी सेना इस घुसपैठ में सुरक्षित पैसेज दे रही है।

लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद में मतभेद गहराए

खुफिया सूत्रों के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और जैश-ए-मोहम्मद के बीच मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। ये दोनों आतंकी संगठन दक्षिण एशिया में हमलों की योजना बनाने को लेकर आपस में सहमत नहीं हैं। पाकिस्तानी सेना ने दोनों के बीच समझौता कराने की कोशिश की लेकिन यह नाकाम रही। दरअसल, जैश-ए-मोहम्मद देवबंदी (Deobandi) विचारधारा का पालन करता है जबकि लश्कर-ए-तैयबा अहल-ए-हदीस (Ahl-i Hadith) से प्रेरित है। यह वैचारिक मतभेद ही इन दोनों संगठनों के बीच तनाव की मुख्य वजह है।

हाल ही में कराची में भारत के वांछित आतंकी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के रिश्तेदार और टेरर फंडिंग करने वाले कारी अब्दु रहमान की अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या कर दी गई। माना जा रहा है कि यह हत्या जैश और लश्कर के आपसी संघर्ष का नतीजा है।

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