जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा आयोजित 'सद्भावना सम्मेलन' के मंच से भड़काऊ बयानबाजी करने और हिंदू समुदाय के प्रति अनर्गल बातें कहने वाले चाचा-भतीजे के खिलाफ हिंदू संगठनों में आक्रोश है। हिंदू सेना ने इनकी पुलिस में शिकायत की है।
नई दिल्ली. प्रमुख मुस्लिम संगठनों में शामिल जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind Chief Mahmood) द्वारा आयोजित 'सद्भावना सम्मेलन' के मंच से भड़काऊ बयानबाजी करने और हिंदू समुदाय के प्रति अनर्गल बातें कहने वाले चाचा-भतीजे के खिलाफ हिंदू संगठनों में आक्रोश है। हिंदू सेना ने इनकी पुलिस में शिकायत की है। पढ़िए क्या है मामला?
1.दिल्ली के रामलीला मैदान में तीन दिवसीय आम सत्र के दौरान जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind Chief Mahmood) के चीफ मौलाना महमूद मदनी और उनके चाचा मौलाना अरशद मदनी ने हिंदू धर्म को लेकर कई अनगर्ल बयान दिए थे।
2.हिंदू सेना ने 13 फरवरी को को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी और उनके भतीजे मौलाना महमूद मदनी के खिलाफ उनकी हाल की टिप्पणी को लेकर पुलिस शिकायत दर्ज की है। इनकी टिप्पणियों ने बड़े पैमाने पर विवाद पैदा कर दिया है।
3.दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने आरोप लगाया कि मौलाना महमूद मदनी और मौलाना अरशद मदनी के बयानों से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।
4.पत्र में यह भी कहा गया है कि नई दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत के 34वें आम सत्र के दूसरे और तीसरे दिन की गई टिप्पणी देश में अस्थिरता का माहौल पैदा कर सकती हैं। दक्षिणपंथी समूह ने दिल्ली पुलिस से इस मामले में धार्मिक उन्माद का मामला दर्ज करने का भी आग्रह किया है।
5. जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद मदनी गुट) के वार्षिक आम सत्र में बोलते हुए मौलाना महमूद मदनी ने दावा किया था कि भारत इस्लाम का जन्मस्थान है। यह देश जितना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत का है, उतना ही उनका भी है।
5. महमूद मदनी ने कहा था कि यह सुझाव देना गलत है कि इस्लाम बाहर से आया। उन्होंने दावा किया कि इस्लाम के पहले पैगंबर आदम यहां अवतरित हुए।
6. हालांकि महमूद मदनी ने अपने सहयोगियों से आरएसएस से नफरत और दुश्मनी को दूर करने और देश को दुनिया में सबसे विकसित बनाने के लिए संयुक्त रूप से काम करने का आग्रह करने की भी अपील की थी।
7. महमूद मदनी ने कहा था कि यह हमारा देश है। ये देश जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है उतना ही महमूद का भी है। न तो महमूद उनसे एक इंच आगे हैं और न ही वे महमूद से एक इंच आगे हैं।
8.मदनी ने कहा था, "इस्लाम के आखिरी पैगम्बर मोहम्मद इसी धर्म को पूरा करने आए थे...इसलिए मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि भारत हिंदी मुसलमानों के लिए सबसे अच्छी जगह है।" क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स...
9. जबकि महमूद मदनी के चाचा अरशद मदनी ने दावा किया था कि 'ओम' और 'अल्लाह' एक ही भगवान थे, जिनकी 'मनु' पूजा करते थे। मनु एक ऐसा शब्द है जो धार्मिक ग्रंथों में पाया जाता है, जो पहले मनुष्य या मानवता के पूर्वज का जिक्र करता है।
10. मुस्लिम धर्मगुरु अरशद मदनी जमीयत के अरशद मदनी गुट के प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने धर्म गुरुओं से पूछा कि जब श्री राम, ब्रह्मा या शिव नहीं थे, तो किसकी पूजा की जाती थी? मैंने पूछा ओम कौन है, बहुतों ने कहा 'यह सिर्फ हवा है, इसका कोई रूप नहीं है, इसका कोई रंग नहीं है और यह हर जगह है, इसने आकाश और जमीन बनाई है'। मैंने कहा कि हम इसे अल्लाह कहते हैं, आप ईश्वर कहते हैं, मदनी ने कहा कि फारसी बोलने वाले खुदा कहते हैं और अंग्रेजी बोलने वाले गॉड कहते हैं। इसका मतलब है कि मनु, यानी आदम, एक ओम की पूजा करते थे, वह एक अल्लाह है। क्लिक करके पढ़ें डिटेल्स....
यह भी पढ़ें
मौलाना ने फिर उगला जहर: सोमनाथ मंदिर को तोड़ने को जायज ठहराया, TV चैनल को दिए भड़काऊ बयान के बाद FIR