2019 में 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर का यह पहला चुनाव है। 18-25 सितंबर और 5 अक्टूबर, कुल 3 फेस में 90 सीटों पर मतदान हुआ। 23 लाख वोटर्स ने मतदान किया। BJP, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक, कांग्रेस प्रमुख पार्टियां हैं। बता दें, 90 सीटों पर कुल 290 प्रत्याशी मैदान में हैं, इनमें सिर्फ 3 महिलाएं।
11:57 AM (IST) Oct 08
नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 और कांग्रेस 9 सीटों पर आगे है। भाजपा को 26 सीटों पर बढ़त है।
11:27 AM (IST) Oct 08
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। रूझानों में 90 में से 41 सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस आगे है। कांग्रेस को 10 सीटों पर बढ़त है। भाजपा 26 सीटों पर आगे है।
10:24 AM (IST) Oct 08
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनती दिख रही है। 39 सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और 8 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार आगे हैं। बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है।
09:39 AM (IST) Oct 08
JKNC (Jammu & Kashmir National Conference) को 36 सीटों पर बढ़त है। भाजपा 22 सीटों पर आगे है। कांग्रेस 7, PDP (Jammu & Kashmir Peoples Democratic Party) 3 और JPC (Jammu & Kashmir People Conference) 2 सीटों पर आगे है।
09:34 AM (IST) Oct 08
जेकेएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला दोनों सीटों बडगाम और गंदेरबल से आगे चल रहे हैं।
08:46 AM (IST) Oct 08
आवामी इत्तेहाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद शेख अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद ने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को सिर्फ दौरे के लिए इस्लामाबाद नहीं जाना चाहिए। उन्हें कश्मीर की शांति के लिए पर्दे के पीछे कुछ अच्छा करना चाहिए। मैं आग्रह करता हूं कि जम्मू-कश्मीर में जो भी सरकार बने, उसे जम्मू-कश्मीर के लोगों और नई दिल्ली के बीच एक पुल का काम करना चाहिए ताकि हमारी परेशानियां खत्म हों।
08:03 AM (IST) Oct 08
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए डाले गए वोटों की गिनती शुरू हो गई है। यहां 10 साल बाद 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं। पहले पोस्टल बैलेट गिने जा रहे हैं।
07:21 AM (IST) Oct 08
जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने गिनती शुरू होने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं हैं।
07:15 AM (IST) Oct 08
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 सीटों पर डाले गए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू होगी। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यहां पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं। फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी, कांग्रेस और भाजपा ने राज्य की सत्ता पाने के लिए पूरी ताकत लगाई है।