भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले 5 जजों की बेंच ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान उनके आवेदन पर आदेश दिया कि शेहला रशीद और शाह फैसल के नाम याचिकाकर्ताओं की लिस्ट से हटाई जाए।
Jammu Kashmir Article 370 scrapping: IAS की नौकरी छोड़ राजनीतिक पार्टी बनाने और फिर नौकरी पर वापस जाने वाले शाह फैसल व जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहरा रशीद ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म करने को चुनौती देने वाली अपनी याचिका को वापस ले लिया है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी। जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में पांच सदस्यीय जजों की संविधान पीठ ने मंगलवार से सुनवाई शुरू की है।
याचिकाकर्ताओं की सूची से दोनों के नाम हटाए जाएंगे
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले 5 जजों की बेंच ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान उनके आवेदन पर आदेश दिया कि शेहला रशीद और शाह फैसल के नाम याचिकाकर्ताओं की लिस्ट से हटाई जाए।
यूपीएससी टॉप कर सुर्खियों में आए, कश्मीर मुद्दे पर इस्तीफा देकर भी लाइमलाइट में रहें
शाह फैसल पहली बार 2009 में सिविल सेवा प्रवेश परीक्षा यूपीएससी को टॉप किया था। यूपीएससी टॉप करने वाले फैसल पहले कश्मीरी थे। कई जिलों में पोस्टिंग पाने वाले शाह फैसल उस समय भी सुर्खियां बटोरे जब जम्मू-कश्मीर में 370 खत्म किया गया था। फैसल ने कश्मीर में बेरोकटोक हत्याओं के विरोध में 2019 में आईएएस के रूप में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने एक राजनीतिक दल बनाया। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने केंद्र सरकार पर भारतीय मुसलमानों को हाशिए पर रखने और सार्वजनिक संस्थानों को नष्ट करने का आरोप लगाया। जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स मूवमेंट नाम से एक राजनीतिक पार्टी को लॉन्च किया। 2019 में कश्मीरी नेताओं के साथ शाह फैसल को भी अरेस्ट किया गया था।
शेहला रशीद जेएनयू की स्टूडेंट लीडर थीं, कन्हैया कुमार के साथ मूवमेंट का हिस्सा रहीं
जेएनयू की जानी मानी छात्र नेता शेहला रशीद स्टूडेंट यूनियन की उपाध्यक्ष रहीं हैं। 2016 में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए कन्हैया कुमार और उमर खालिद सहित कई छात्र नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान प्रमुखता से उभरीं। कन्हैया कुमार फिलहाल कांग्रेस में हैं तो उमर खालिद दिल्ली दंगों के आरोप में जेल में हैं। शेहला रशीद ने शाह फैसल की पार्टी को लांचिंग के समय ज्वाइन किया था।
अगस्त 2020 में अपनी ही पार्टी छोड़ी, फिर नौकरी ज्वाइन किया, शेहला भी नेपथ्य में
जेल से रिहाई के बाद शाह फैसल ने अपनी ही बनाई पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया। इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार से नौकरी में वापसी का अनुरोध किया। सरकारी सेवा में बहाली के लिए आवेदन को सरकार ने स्वीकार कर लिया। अब शाह फैसल कश्मीर में पुन: बतौर आईएएस अधिकारी काम कर रहे हैं। उधर, शेहला रशीद ने भी पार्टी छोड़ दी।
फैसल बोले-झेलम और गंगा हमेशा के लिए महान हिंद महासागर में विलीन
शाह फैसल ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को अतीत की बात कही। उन्होंने ट्वीटर पर पोस्ट किया कि 'अनुच्छेद 370 अब 'अतीत की बात' है। मेरे जैसे कई कश्मीरियों के लिए 370, अतीत की बात है। झेलम और गंगा हमेशा के लिए महान हिंद महासागर में विलीन हो गई हैं। वहां से कोई वापसी नहीं है। केवल आगे बढ़ना है।'
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