
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से मुलाकात की है। दिल्ली में हुई इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से इस मुलाकात की जानकारी साझा की। पार्टी की आधिकारिक हैंडल पर लिखा गया कि मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और हालिया पहलगाम आतंकी हमले सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र के बैसारण में हुए हमले में आतंकवादियों ने बर्बरतापूर्वक 26 टूरिस्टों को मार डाला था। 22 अप्रैल को हुई इस वारदात से पूरे देश में आक्रोश है। इस हमले में एक नेपाली टूरिस्ट और एक स्थानीय टट्टू चालक को भी आतंकियों ने मार डाला था। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कार्रवाई की है।
ताजा एक्शन के तहत सभी आयात-निर्यात बंद कर दिए गए हैं। वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) की अधिसूचना के मुताबिक अब पाकिस्तान से किसी भी प्रकार का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या ट्रांजिट पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। नोटिफिकेशन में कहा गया: यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लिया गया है। किसी भी तरह की छूट केवल भारत सरकार की पूर्व स्वीकृति से ही दी जा सकेगी।
सरकार ने आतंकवाद पर सख्ती दिखाते हुए SAARC Visa Exemption Scheme को निलंबित कर दिया था और पाकिस्तानी नागरिकों को 40 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया था। साथ ही भारत-पाकिस्तान के बीच एकमात्र भूमि बॉर्डर अटारी पर स्थित Integrated Check Post (ICP) भी बंद कर दिया गया है।
भारत ने 1960 में हुई इंडस जल संधि (Indus Waters Treaty) को भी स्थगित कर दिया है। यह पाकिस्तान को सिंधु नदी प्रणाली से जल आपूर्ति को नियंत्रित करता है, और अब भारत इसका प्रवाह रोकने या मोड़ने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिन लोगों ने पहलगाम में मासूमों की हत्या की और जो इनके पीछे साजिशकर्ता हैं, उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। आतंकवाद के जो भी बचे हुए अड्डे हैं, अब उनका सफाया कर दिया जाएगा। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक की कमर तोड़ देगी।