जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सीआरपीएफ द्वारा बनाए गए 'मददगार' हेल्पलाइन पर अपनों की जानकारी लेने के लिए 11 से 16 अगस्त के बीच 7,071 कॉल आईं। इनमें भारत के अलावा 22 देशों से 171 कॉल आईं। वहीं, 2700 कॉल घाटी में तैनात जवानों के परिवारों की ओर से आईं।
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सीआरपीएफ द्वारा बनाए गए 'मददगार' हेल्पलाइन पर अपनों की जानकारी लेने के लिए 11 से 16 अगस्त के बीच 7,071 कॉल आईं। इनमें भारत के अलावा 22 देशों से 171 कॉल आईं। वहीं, 2700 कॉल घाटी में तैनात जवानों के परिवारों की ओर से आईं। दरअसल, जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के फैसले से पहले प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर मोबाइल-टेलीफोन और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी।
सबसे ज्यादा 2448 कॉल राज्य से बाहर रह रहे कश्मीरियों ने कीं। वहीं, अन्य राज्यों के लोगों ने 1752 कॉल कीं। 'मददगार' हेल्पलाइन 1441 पर साउदी अरब से 45 कॉल आईं। इनमें लोगों ने अपने परिवार वालों के बारे में पूछा। कुछ ने उनसे बात कराने का भी अनुरोध किया।
इन देशों से आईं कॉल
कुल 22 देशों से कॉल आईं। इनमें यूएई से 39, कुबैत से 12, इजरायल-मलेशिया से 8-8 और रूस से 7, यूएस-टर्की से 6-6, यूके से पांच, सिंगापुर-बांग्लादेश से 3-3, कनाडा, बहरीन, थाईलैंड, फिलीपींस से 3-2 और चीन-कतर से एक-एक कॉल आई।
पाकिस्तान से भी आए फोन
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अफसर ने बताया कि 11-16 अगस्त के बीच कई बार पाकिस्तान से भी कॉल आईं। कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों का हाल जाना। जबकि कुछ लोगों ने गालियां दीं।
सीआरपीएफ जवानों के लिए 1882 कॉल आईं
उन्होंने बताया कि घाटी में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों का उनके परिवार वालों ने हाल जानने के लिए कॉल किया। इस दौरान सीआरपीएफ जवानों के लिए 1882, जम्मू-कश्मीर पुलिस में तैनात जवानों के लिए 174, सेना के जवानों के लिए 215, आईटीबीपी के लिए 112, एसएसबी के जवानों के लिए 99, सीआईएसएफ के जवानों के लिए 32 और आरपीएफ के जवानों के लिए 20 फोन कॉल आए।
लोगों ने फोन कर राज्य की स्थिति के बारे में भी जानकारी मांगी
हेल्पलाइन पर 1752 कॉल अन्य राज्यों के लोगों ने किए। इन लोगों ने राज्य की स्थिति, अपने दोस्तों और साथियों के बारे में जानकारी मांगी। देशभर से 50 से ज्यादा कॉल ऐसे आए, जिनमें किसी रिश्तेदार की मौत, कॉलेज में एडमीशन, जॉब इंटरव्यू, बच्चे की डिलीवरी, रिश्तेदार की सर्जरी संबंधी जानकारी दी गई। सीआरपीएफ द्वारा ने इन लोगों से जानकारी लेकर संबंधित के पास जाकर उस मैसेज को दे दिया गया।