जम्मू-कश्मीर के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के भवन में भगदड़ के चलते 13 लोगों की मौत हो गई। 20 श्रद्धालु घायल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर भवन (Mata Vaishno Devi Bhawan) में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात करीब 2:30 बजे भगदड़ मच गई। भगदड़ के चलते 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 20 लोगों के घायल होने की सूचना है। तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को स्थानीय नारायना अस्पताल में भर्ती किया गया है। जान गंवाने वालों में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से हैं। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा को रोक दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है और घायलों के हर संभव इलाज का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं। राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से हादसे को लेकर बातचीत की है। हालात पर नजर बनाए हुए हैं।'
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने घटना की जांच के लिए कमेटी गठन का आदेश दिया है। प्रधान सचिव (गृह) जांच कमेटी के प्रमुख बनाए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हजारों की संख्या में भक्त वैष्णो देवी मंदिर में जुटे थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि लोगों को बचने का रास्ता नहीं मिला। भगदड़ मची तो लोग इधर-उधर भागने लगे। जो नीचे गिरा वह दूसरों द्वारा कुचल दिया गया। रियास के पुलिस कंट्रोल रूम से दी गई जानकारी के अनुसार नए साल के अवसर पर माता के दर्शन के लिए यहां भक्तों की भारी भीड़ जुटी थी। राहत व बचाव अभियान जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ लोगों के बीच विवाद हो गया था, जिसके चलते धक्का-मुक्की हुई। इसके कारण भगदड़ की स्थिति बन गई।
दो-तीन लोगों के बीच झड़प से मची भगदड़
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि भगदड़ में 13 लोगों की मौत हुई है। 20 लोग घायल हुए हैं। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार दर्शन करने आए कुछ लोगों के बीच बहस हो गई थी। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, इसके बाद भगदड़ मच गई।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि गेट नंबर तीन के पास ज्यादा भीड़ इकट्ठा हो गई थी। यहां से दर्शन के लिए पंक्ति बनती है। भीड़ अधिक होने के चलते स्थिति अनियंत्रित हो गई। दो तीन युवकों के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान धक्का-मुक्की हुई। ढलान के चलते दो तीन नौजवानों ने बैलेंस खो दिया था। इसके बाद लोग गिरते चले गए। ढलान के चलते ज्यादा भगदड़ मच गई।
बाहर निकलने के लिए नहीं मिल रही थी जगह
एक चश्मदीद ने बताया कि दर्शन कर लोग वहीं रुक गए थे। इसके चलते बहुत अधिक भीड़ हो गई थी। बाहर निकलने की जगह नहीं मिल रही थी। मेरे साथ रहे दो लोग भगदड़ की चपेट में आ गए। एक की मौत हो गई, एक घायल हुए हैं। मैं और मेरी पत्नी भी वहीं थे। माता रानी की कृपा है कि हमलोग बच गए।
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