
J&K Terror Plot +92 Pakistan Connection: जम्मू-कश्मीर एक बार फिर हाई अलर्ट पर है। इस बार वजह बना है सांबा जिले से सामने आया +92 कनेक्शन, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। रविवार को सांबा में एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, जिसके मोबाइल फोन में पाकिस्तान के कंट्री कोड +92 से शुरू होने वाले कई नंबर मिले हैं। यही नंबर अब एक बड़े आतंकी नेटवर्क की ओर इशारा कर रहे हैं या नहीं, यही जांच का केंद्र है।
भारत में जब भी किसी संदिग्ध के फोन में +92 कंट्री कोड वाले नंबर मिलते हैं, तो मामला गंभीर माना जाता है। +92 पाकिस्तान का इंटरनेशनल डायलिंग कोड है और अतीत में कई आतंकी मामलों में ऐसे नंबरों का इस्तेमाल सीमा पार बैठे हैंडलर्स द्वारा किया गया है। इसी वजह से सांबा का यह केस अब सिर्फ एक हिरासत नहीं, बल्कि संभावित आतंकी साजिश के रूप में देखा जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में संदिग्ध के मोबाइल से कई ऐसे नंबर बरामद हुए हैं, जिनका सीधा लिंक पाकिस्तान से जुड़ता है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि ये नंबर सिर्फ संपर्क सूची का हिस्सा हैं या फिर किसी सक्रिय सीमा पार आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं। फिलहाल संदिग्ध से गहन पूछताछ जारी है।
इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले से भी चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। खुफिया इनपुट के मुताबिक, 2 से 3 आतंकवादी एक स्थानीय घर में घुसे, वहां खाना लिया और फिर पास के जंगलों में फरार हो गए। यह इलाका माजलता क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां पहले भी आतंकी गतिविधियां सामने आ चुकी हैं।
15 दिसंबर को माजलता के सोआन गांव में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था। उस वक्त जानकारी मिली थी कि इलाके में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े आतंकवादी सक्रिय हैं। घने जंगल और अंधेरे का फायदा उठाकर आतंकी तब भागने में सफल रहे थे। अब उधमपुर में दोबारा उनकी मौजूदगी की सूचना ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
फिलहाल सांबा से लेकर उधमपुर तक पूरा इलाका हाई अलर्ट पर है। पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों द्वारा संयुक्त सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जंगलों, गांवों और संदिग्ध ठिकानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी बड़ी घटना को रोका जा सके।
सबसे बड़ा सवाल यही है-क्या +92 कनेक्शन और उधमपुर में आतंकियों की हलचल किसी बड़े आतंकी प्लॉट का हिस्सा है? सुरक्षा एजेंसियां हर एंगल से जांच कर रही हैं। आने वाले दिनों में पूछताछ और तकनीकी जांच के बाद कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।