पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से उठे सियासी बवंडर के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सिंधिया ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं द्वारा अपनी घोर उपेक्षा से आहत होकर देश हित में यह कदम उठाया।
नई दिल्ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से उठे सियासी बवंडर के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सिंधिया ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं द्वारा अपनी घोर उपेक्षा से आहत होकर देश हित में यह कदम उठाया। बता दें कि मंगलवार की दोपहर को सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
"सिंधिया को दूध में से मक्खी की तरह निकाला"
विजयवर्गीय ने कहा, "अगर आप राज्य के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस का चुनावी अभियान देखें तो पता चलेगा कि सबसे ज्यादा सभाएं सिंधिया ने ही की थीं। उन्होंने ही कांग्रेस की ओर से जनता से सारे चुनावी वादे किए थे। लेकिन कमलनाथ और दिग्विजय ने सिंधिया को दूध में से मक्खी की तरह निकालकर पूरी सरकार पर कब्जा कर लिया।"
"सिंधिया खानदानी नेता हैं"
उन्होंने कहा, "आखिर सिंधिया एक खानदानी नेता हैं। वह कांग्रेस में अपनी इतनी उपेक्षा बर्दाश्त नहीं कर सकते थे। कांग्रेस छोड़ने का उनका कदम देश हित का निर्णय है।"
"कांग्रेस की आपसी लड़ाई, भाजपा की भूमिका नहीं"
विजयवर्गीय ने कहा, "प्रदेश में जारी भारी राजनीतिक उथल-पुथल सत्तारूढ़ कांग्रेस की आपसी लड़ाई का परिणाम है और इसमें भाजपा की कोई भी भूमिका नहीं है।"
"यह शुरुआत, पूरे देश में पार्टी का सफाया"
भाजपा महासचिव ने कहा, "कांग्रेस से सिंधिया का इस्तीफा मध्य प्रदेश से हुई एक शुरुआत है। यदि कांग्रेस ने अपनी नीति और नीयत नहीं बदली, तो पूरे देश से इस पार्टी का सफाया हो जायेगा।"