कुल 17 विधायकों ने एचडी कुमारस्वामी सरकार से बगावत कर स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा था। बगावत के चलते ही 23 जुलाई को 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिर गई थी।
बेंगलुरु। कर्नाटक में सियासी हलचल अब भी जारी है। गुरुवार को विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने
तीन बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। रमेश कुमार ने निर्दलीय विधायक आर. शंकर समेत कांग्रेस के दो बागी विधायक रमेश जारकिहोली और महेश कुमातल्ली को अयोग्य घोषित किया। बता दें कि कुल 17 विधायकों ने एचडी कुमारस्वामी सरकार से बगावत कर स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा था। विधायकों की बगावत के चलते ही 23 जुलाई को 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिर गई थी।
कानून सबके लिए बराबर - स्पीकर
कुमार ने कहा- मैं इस मामले में किसी फैसले पर पहुंचने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करूंगा ताकि सुप्रीम कोर्ट ने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है, वह कायम रहे। बागी विधायकों के मेरे पास आने की समयसीमा खत्म हो चुकी है। कानून सभी के लिए बराबर है। फिर वो मजदूर हो या फिर भारत का राष्ट्रपति।
बागियों को अब दूसरा मौका नहीं मिलेगा
स्पीकर ने कहा- कोर्ट ने इस्तीफे पर किसी भी निर्णय को मुझ पर छोड़ा है। मैं अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करूंगा। मैंने विधायकों को बुलाया था। मगर वे नहीं आए। उनके वकील मेरे पास आए। उन्होंने कहा कि बागी विधायकों को उनके समक्ष उपस्थित होने का अब और मौका नहीं मिलेगा और यह चैप्टर अब क्लोज हो चुका है।
31 जुलाई से पहले पेश होना है फाइनेंस बिल
इससे पहले भाजपा नेताओं का एक दल बुधवार को स्पीकर से मिला था। इसका मकसद फाइनेंस बिल पर चर्चा करना था, जिसे 31 जुलाई से पहले पेश किया जाना है। कर्नाटक विधानसभा में 15 बागी विधायकों ने एचडी कुमारस्वामी सरकार से अपना समर्थन वापस लिया। स्पीकर को उनके भविष्य पर निर्णय लेना है कि इस्तीफा स्वीकार किया जाए या फिर उन्हें अयोग्य करार दिया जाए।