कर्नाटक ऑटो ड्राइवर के मैसेज से मचा बवाल, नॉन कन्नड़ भाषी लोगों के लिए किया गया अपशब्द का इस्तेमाल

इस समय वायरल हो रही एक तस्वीर ने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। यह तस्वीर कर्नाटक के एक ऑटो की है जिसमें ऐसा संदेश लिखा है जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।

बेंगलुरू। कर्नाटक के एक ऑटो रिक्शा पर लिखे मैसेज से ट्वीटर पर बवाल मचा हुआ है। ऑटो रिक्शा वाले ने कर्नाटक में नौकरी या रोजगार करने आने वाले को भिखारी बताते हुए कन्नड़ भाषा की जानकारी होने और बोलने की अमर्यादित तरीके से सलाह दी है। ट्वीटर पर उस ऑटो रिक्शा मैसेज को साझा कर ट्रोल किया जा रहा है। वायरल हो रही एक तस्वीर ने सोशल मीडिया पर लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। यह तस्वीर कर्नाटक के एक ऑटो की है जिसमें ऐसा संदेश लिखा है जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।

 

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Twitter यूजर्स ने इस ऑटो रिक्शा की फोटो अपने हैंडल्स पर डालकर इस पर सवाल किए हैं। यूजर 'रोशन राय' ने कहा कि क्षेत्रीय गौरव का इस्तेमाल लोगों के साथ गलत व्यवहार करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। रोशन राय ने ऑटो रिक्शा ड्राइवर के मैसेज को फोटो सहित साझा किया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में रहने वाले हर किसी को कन्नड़ भाषा आनी चाहिए का संदेश, एक 'उच्चतम दर्जे का ज़ेनोफ़ोबिया'है।

क्या लिखा है ऑटो ड्राइवर ने मैसेज में?

ऑटो ड्राइवर ने मैसेज में लिखा है...आप कर्नाटक में हैं, कन्नड़ सीखिए। अपना एटीट्यूड मत दिखाओ, तुम यहां भीख मांगने आए हो। कुछ मिनट में हर ट्वीटर पर अपलोड की गई फोटो को 8K से अधिक बार देखा जा चुका है।

एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि मैं कभी नहीं समझ पाऊंगा कि वे इस खराब बुनियादी ढांचे और बेहद ऊंची कीमत वाले शहर पर गर्व कैसे कर सकते हैं। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि यह अस्वीकार्य है।

कन्नड़ भाषा के संरक्षण के लिए पिछले साल हुआ था विधेयक पेश

कर्नाटक के कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार ने बताया कि कन्नड़ भाषा व्यापक विकास विधेयक पिछले साल सितंबर में पेश किया गया था। इस विधेयक का उद्देश्य इस दक्षिण भारतीय भाषा के संरक्षण और प्रसार के लिए था। हालांकि, कम्युनिकेशन के लिए कन्नड़ भाषा को लागू करने के लिए कई चेतावनियां और 300 से अधिक पत्र के बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बिल पास होने से कई चीजें सही हो जाएंगी।

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