कर्नाटक में कांग्रेस सरकार शपथ ग्रहण गुरुवार को, चेहरे पर सस्पेंस बरकरार

Published : May 14, 2023, 06:30 PM ISTUpdated : May 14, 2023, 07:12 PM IST
Congress won Karnataka Election

सार

कांग्रेस की जीत का पैमाना 30 वर्षों में सीटों और वोट शेयर दोनों के मामले में एक रिकॉर्ड है। पार्टी ने 136 सीटों पर जीत हासिल की है। यह 2018 की तुलना में 55 अधिक है।

Karnataka new government: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम शनिवार को घोषित किए गए। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election Result 2023) में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की है। नई सरकार बनाने की तैयारियां तेज हो गई है। कांग्रेस ने बताया कि गुरुवार को नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा। एक दो दिन में शपथ ग्रहण समारोह की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री पद की बागडोर कौन संभालेगा यह सीएलपी की मीटिंग बेंगलुरू में तय होने के बाद हाईकमान ऐलान करेंगे।

समान विचारधारा वाले दलों के मुखिया को जुटाने पर फोकस

कर्नाटक में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में गांधी परिवार के सदस्यों के अलावा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व कांग्रेस शासित व सहयोगी दलों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं को भी बुलाने की रणनीति कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व बना रही है। मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि कर्नाटक कैबिनेट की अंतिम रूपरेखा एक या दो दिन में आकार ले लेगी।

डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थकों ने मुख्यमंत्री का किया ऐलान

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद अब मुख्यमंत्री का नाम तय किए जाने की कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पद की रेस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया हैं। दोनों दिग्गज खुद के नाम के ऐलान के प्रति आश्वस्त हैं। हालांकि, दोनों में कोई खुलकर इस पर नहीं बोल रहा है। उधर, दोनों नेताओं के समर्थकों ने अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर बधाई भी देनी शुरू कर दी है। दोनों नेताओं के आवास के बाहर और आसपास उनके समर्थकों ने पोस्टर भी लगा दिए हैं। पढ़िए पूरी खबर...

तीन दशक के सारे रिकॉर्ड को कांग्रेस ने तोड़ा

कांग्रेस की जीत का पैमाना 30 वर्षों में सीटों और वोट शेयर दोनों के मामले में एक रिकॉर्ड है। पार्टी ने 136 सीटों पर जीत हासिल की है। यह 2018 की तुलना में 55 अधिक है। साथ ही 42.88 प्रतिशत का वोट शेयर भी हासिल किया है। कांग्रेस इस स्कोर के सबसे करीब 1999 में आई थी जब उसने 132 सीटें जीती थीं और उसका वोट शेयर 40.84 प्रतिशत था। 1989 में, इसने 43.76 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 178 सीटें जीतीं। बीजेपी ने 36 फीसदी वोट शेयर के साथ 66 सीटें जीती हैं। एचडी कुमारस्वामी की जेडीएस ने 13.29 फीसदी वोट शेयर के साथ 19 सीटें जीती हैं।

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