Covid 19 गाइडलाइंस तोड़कर कर्नाटक में कांग्रेस की पदयात्रा, लोग बोले- कोरोना बढ़ जाए तो मोदी को ब्लेम कर देना

कर्नाटक कांग्रेस ने रविवार सुबह मेकेदातु पेयजल परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग को लेकर अपनी 11 दिवसीय पदयात्रा शुरू की। पहले ही दिन इस पदयात्रा में कोविड के सारे प्रोटोकॉल टूट गए। पदयात्रा रामनगर जिले के संगम से शुरू हुई। इसमें सिद्धारमैया सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता शामिल थे। इस दौरान ज्यादातर लोगों ने मास्क भी नहीं लगा रखे थे। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 9, 2022 8:34 AM IST / Updated: Jan 09 2022, 06:32 PM IST

रामनगर/कर्नाटक। कर्नाटक में कोविड-19 (Covid 19) प्रतिबंध और वीकेंड कर्फ्यू के बावजूद कांग्रेस ने रविवार को अपनी पदयात्रा निकाली। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत हजारों लोग शामिल हुए। सबसे अहम बात है कि पूरी यात्रा में प्रोटोकॉल का जबरदस्त उल्लंघन हुआ। न तो मास्क और न ही सोशल डिस्टेंसिंग दिखी। कार्यकर्ता अपने चहेते नेताओं के साथ बिना मास्क सेल्फी लेते नजर आए।



गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार ने बुधवार को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए 19 जनवरी तक वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था। इसके अलावा अधिक लोगों के इकट्‌ठे होने पर पाबंदी लगा दी है। सरकार ने नाइट कर्फ्यू भी दो और हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है। सभी तरह की रैलियों, धरना, विरोध प्रदर्शन के आयोजन पर रोक लगा दी गई। 

सरकार ने कांग्रेस को दी थी चेतावनी 
इससे पहले कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka Congress) द्वारा पदयात्रा शुरू करने की बात पर सरकार ने पार्टी को चेताया था कि नियमों का उल्लंघन हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी कांग्रेस नेताओं ने इसे अनदेखा किया। कांग्रेस नेताओं ने यह यात्रा तब निकाली, जब देश में रोजाना नए मरीजों की संख्या 1.60 लाख तक पहुंच रही है। 

कांग्रेस की यह पदयात्रा क्यों 
कांग्रेस ने कावेरी नदी पर मेकेदातू परियोजना लागू करने की मांग कर रही है। इसे जल्द पूरी करने के लिए पार्टी ने 9 से 19 जनवरी तक पदयात्रा निकालने का निर्णय लिया था। परियोजना के पूरा होने पर बेंगलुरु समेत आसपास के इलाकों को पेयजल सुनश्चित किया जा सकेगा। इसके अलावा इससे 400 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 9000 करोड़ रुपए है। 

100 किमी तक जाएगी पदयात्रा, यानी इतनी दूरी में खतरा 
कांग्रेस की यह पदयात्रा मेकेदातू से 100 किमी दूर बेंगलुरु तक जानी है। ऐसे में इस पदयात्रा से वो सभी इलाके Covid 19 प्रभावित हो सकते हैं, जहां-जहां यह जानी है। मेकेदातू परियोजना का पड़ोसी राज्य तमिलनाडु विरोध कर रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने पिछले दिनों कहा था कि हम पदयात्रा निकालेंगे, भले ही गिरफ्तार क्यों न होना पड़े। 

सीएम बोम्मई बोले- कार्रवाई होगी
पदयात्रा को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बवसराज बोम्मई ने कहा- कांग्रेस पार्टी ने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए राजनीति से प्रेरित मेकेदातु पदयात्रा निकाली है। कांग्रेस को कोविड मानदंडों का उल्लंघन करते हुए पदयात्रा निकालने के लिए नोटिस दिया गया है। सीएम ने कहा कि कानून के उल्लंघन के लिए कार्रवाई की जाएगी। 

सोशल मीडिया पर लोग बोले- गिरफ्तार क्यों नहीं करते
ओमीक्रोन का पहला मरीज कर्नाटक में ही मिला था। इसके बाद से देश में 3200 से अधिक ओमीक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं। यही नहीं, देश में रोजाना आने वाले मामलों की संख्या भी 1.60 लाख तक पहुंच चुकी है। उधर, कांग्रेस की पदयात्रा शुरू में इस कदर गाइडलाइंस टूटने पर सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। 

एक यूजर ने लिखा - कांग्रेस ने तो अपनी सारी रैलियां रद्द कर दी थीं, फिर ये क्या है। एक अन्य यूजर ने कहा -  लगता है यहां अब कोरोना नहीं है। शायद सिर्फ भाजपा के लिए कोरोना बचा है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि पहले इस तरह की पदयात्रा करना और फिर कोरोना बढ़े तो मोदी को ब्लेम कर देना। एक अन्य यूजर ने कहा- टीम राहुल गांधी, कोरोनावायरस फैलाती हुई। इस भीड़ को देख लोगों का कहना है कि आखिर इतनी भीड़ और प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर इन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है। 

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