कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा फ्लेक्स को बदलने या क्षतिग्रस्त करने का भी प्रयास किया गया था, इससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए थे। स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारियों ने राष्ट्रीय तिरंगा उस स्थान पर स्थापित किया है जहां दोनों समूह फ्लेक्स स्थापित करना चाहते थे।
बेंगलुरू। कर्नाटक (Karnataka) में एक बार फिर सांप्रदायिक विवाद बढ़ रहा है। राज्य के शिवमोग्गा जिले में आरएसएस विचारक वीडी सावरकर (VD Savarkar) की तस्वीर वाले बैनर को लेकर दो समूहों के बीच झड़प के बाद एक व्यक्ति को चाकू मार दिया गया। चाकूबाजी के बाद पूरे क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव हो गया। विवाद बढ़ता देख प्रशासन ने क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू करते हुए किसी प्रकार के जुटाने पर रोक लगा दी है। दरअसल, एक पक्ष सावरकर की फोटो वाला फ्लेक्स लगाना चाहता था तो दूसरा टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) का फ्लेक्स लगाना चाहता था। यह विवाद अमीर अहमद सर्कल पर हुआ।
क्या बताया पुलिस ने शिवमोग्गा सांप्रदायिक विवाद पर?
पुलिस ने सोमवार को कहा कि यहां आमिर अहमद सर्कल में हिंदुत्व के प्रतीक वीडी सावरकर का फ्लेक्स हिंदू समुदाय के लोग लगाना चाह रहे हैं जबकि मुस्लिम समाज इसी जगह पर 18 वीं शताब्दी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान के फ्लेक्स स्थापित करना चाह रहे हैं। दोनों पक्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने अपने आदर्श का फ्लेक्स लगाने को लेकर विवाद कर लिए। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्ष एक दूसरे को मारने पर उतारू हो गए। स्थितियां तनावपूर्ण तब और हो गई जब एक पक्ष के एक व्यक्ति को दूसरे ने चाकू मार दी। पुलिस ने बताया कि स्थिति बिगड़ती देख क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
स्वतंत्रता दिवस पर फ्लेक्स लगाने के लिए भिड़े
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा फ्लेक्स को बदलने या क्षतिग्रस्त करने का भी प्रयास किया गया था, इससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए थे। स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारियों ने राष्ट्रीय तिरंगा उस स्थान पर स्थापित किया है जहां दोनों समूह फ्लेक्स स्थापित करना चाहते थे।
हिंदूवादी संगठन मांग कर रहे दूसरे पक्ष पर हो केस
बीजेपी और अन्य हिंदू समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि उन्हें सावरकर के फ्लेक्स को स्थापित करने की अनुमति दी जाए और दूसरे समूह के खिलाफ उनके आइकन का अपमान करने के लिए कार्रवाई की जाए। अधिकारियों ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का दावा किया है।
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