भगवान शिव के लिए इस ट्रेन में अलग से होगी सीट, लेकिन असदुद्दीन ओवैसी ने ऐसे उठाए सवाल

रविवार को वाराणसी से इंदौर चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस की शुरुआत हुई। ट्रेन की खासियत है कि ये भगवान शिव के तीन तीर्थों को एक साथ जोड़ती है। ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए रखी गई है। अब इस सीट और ट्रेन को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 17, 2020 5:22 AM IST

नई दिल्ली. रविवार को वाराणसी से इंदौर चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस की शुरुआत हुई। ट्रेन की खासियत है कि ये भगवान शिव के तीन तीर्थों को एक साथ जोड़ती है। ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए रखी गई है। अब इस सीट और ट्रेन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा पीएम मोदी को संविधान की प्रस्तावना की तस्वीर टैग की। संविधान की प्रस्तावना में सभी धर्मों के साथ एक समान व्यवहार के बारे में लिखा गया है।

न्यूज एजेंसी ने जारी की थी फोटो
दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई ने ट्रेन में भगवान शिव की सीट की तस्वीर जारी की थी। इसी तस्वीर पर री-ट्वीट करते हुए ओवैसी ने संविधान की प्रस्तावना की तस्वीर शेयर की। 

ट्रेन को पीएम मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी
रविवार को पीएम मोदी काशी दौरे पर थे। इसी दौरान उन्होंने काशी महाकाल एक्सप्रेस की शुरुआत की। यह ट्रेन भगवान शिन के तीन ज्योतिर्लिंगों ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ को एक साथ जोड़ेगी।

ट्रेन में ही भजन-कीर्तन की मंडली होगी
इस ट्रेन को श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। ट्रेन में यात्रियों को मनोरंजन और अध्यात्मिक अहसास कराने के लिए भजन-कीर्तन भी होगा। शुरुआती दिनों मे ट्रेन में एक मंडली जाएग, जो भजन कीर्तन करेगी। 

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