
Kashmir most wanted terrorist list: पहलगाम (Pahalgam) में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का जबरदस्त अभियान जारी है। इसी क्रम में शनिवार को सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा (Kupwara) जिले के कालारूस इलाके के नरिकूट गांव में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मोस्ट वांटेड आतंकी फारूक अहमद टीडवा (Farooq Ahmed Teedwa) के घर को विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया।
फारूक फिलहाल पाकिस्तान में छिपा हुआ है और पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर कश्मीर में निर्दोष नागरिकों पर हमलों की साजिश रच रहा है। हालांकि, घर गिराने की आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो चुके हैं जिनमें घर को ध्वस्त करते हुए देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा था कि जो भी निर्दोष लोगों के खिलाफ षड्यंत्र में शामिल है, उसे हम खोज निकालेंगे, चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न छिपा हो।
22 अप्रैल को पहलगाम के बाइसरान (Baisaran) घाटी, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है, में आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला। आतंकवादियों ने हमले में 26 निर्दोष टूरिस्टों को मौत के घाट उतार दिया। इस हमले में 17 के आसपास टूरिस्ट घायल भी हैं। हमले की जिम्मेदारी लश्कर के ही प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। आतंकियों ने पिकनिक मना रहे परिवारों, टट्टुओं पर सवारी कर रहे पर्यटकों और दुकानदारों को निशाना बनाया था। मृतकों में यूएई और नेपाल के नागरिक भी शामिल थे।
इस नरसंहार के बाद घाटी में आतंकियों और उनके सहयोगियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू हुई। फारूक टीडवा के अलावा कई अन्य लश्कर से जुड़े आतंकियों के घर भी ध्वस्त किए गए। सेना ने बिजबेहरा के आदिल हुसैन ठोकर उर्फ आदिल गोजरी, त्राल के आसिफ शेख और आदिल शेख का घर भी ध्वस्त कर दिया।
उधर, जांच एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकियों की पहचान कर एक सूची जारी की है। ये आतंकी पाकिस्तान से आए विदेशी आतंकियों को लॉजिस्टिकल और जमीनी सहायता प्रदान कर रहे हैं। ये आतंकी तीन संगठनों हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हुए हैं।
पहलगाम हमले की जांच में पांच हमलावरों की भी पहचान हुई है। इनमें से आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा पाकिस्तानी आतंकी हैं। इनके स्केच भी जारी किए गए हैं और प्रत्येक पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। अन्य दो स्थानीय आतंकियों के नाम आदिल गुरी और अहसान सामने आए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस जांच में जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद कर रही है। NIA की टीम जल्द ही हमले की जगह से फोरेंसिक साक्ष्य इकट्ठा कर विस्तृत जांच करेगी।