
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने रविवार को कहा है कि कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग हो रही है। राहुल भट की हत्या निशाना बनाकर की गई। विशेष जांच दल (एसआईटी) सभी कोणों से इसकी जांच करेगा।
मनोज सिन्हा ने कहा कि एसआईटी घटना के बाद कश्मीरी प्रवासी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग की भी जांच करेगी। प्रशासन को कहीं भी बल प्रयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने मुठभेड़ में राहुल भट की हत्या में शामिल दो विदेशी आतंकियों को मार गिराया है।
आंसू गैस के गोले दागने की होगी जांच
मनोज सिन्हा ने प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों के खिलाफ आंसू गैस के गोले दागने की घटना के जांच के आदेश दिए हैं। सरकार के सूत्रों ने कहा कि कार्रवाई में शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पुलिस ने सरकारी कर्मचारी राहुल भट की आतंकवादी हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों के खिलाफ आंसू गैस के गोले छोड़े थे। मनोज सिन्हा द्वारा गठित एसआईटी प्रदर्शनकारी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ आंसू गैस के गोले दागने की भी जांच करेगी।
मनोज सिन्हा का यह बयान राज्य भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल और गुप्कर गठबंधन के अलग-अलग नेताओं के साथ मुलाकात के बाद आया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि राहुल भट की हत्या ने मानवता को बदनाम किया है और पूरे समाज को शर्मसार किया है। रैना ने कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 'बेरहमी' से राहुल भट की हत्या कर दी। जहां भाजपा नेताओं ने सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर चर्चा के लिए एलजी से मुलाकात की। वहीं, गुप्कर गठबंधन ने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया।
कश्मीरी पंडित और कांस्टेबल की हत्या हुई
गौरतलब है कि 12 मई को चदूरा के तहसीलदार कार्यालय में घुसकर आतंकवादियों ने सरकारी कर्मचारी कश्मीरी पंडित राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अगले ही दिन उसी जिले के गुडुरा में कांस्टेबल रियाज अहमद ठोकर को गोली मार दी गई थी, जिससे रियाज की मौत हो गई थी।