Wayanad landslide victims: मृतक परिवार का लोन माफ करेगी यह बैंक

केरल में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई है, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। वायनाड में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है। इस मुश्किल घड़ी में केरल बैंक ने भूस्खलन पीड़ितों के लिए बड़ा फैसला लिया है।

Sushil Tiwari | Published : Aug 13, 2024 4:56 AM IST

तिरुवनंतपुरम: केरल में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित मुंडाक्क और चुरलमलय में अपनी शाखाओं के ऋणों को माफ करने का फैसला सोमवार को सहकारी केरल बैंक ने किया। यह फैसला पीड़ितों को मानवीय आधार पर सहायता प्रदान करने के लिए लिया गया है।

बैंक प्रमुख ने कहा कि प्रबंधन समिति की बैठक में आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों के विभिन्न ऋणों, गृह ऋणों और संपत्ति ऋणों को माफ करने का निर्णय लिया गया। हालांकि, बैंक ने यह नहीं बताया है कि कितने लोगों के ऋण माफ किए जाएंगे और माफी की सही राशि क्या होगी। एक अधिकारी ने बताया कि केरल बैंक सहित विभिन्न बैंकों में इस क्षेत्र के लोगों ने लगभग 30 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है, जिसमें केरल बैंक का हिस्सा सबसे अधिक है।

Latest Videos

इसके अलावा, केरल बैंक ने मुख्यमंत्री के संकट राहत कोष में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है और उसके कर्मचारी भी अपने 5 दिन का वेतन कोष में देने के लिए तैयार हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन में अब तक 229 लोग लापता हैं, जबकि 130 से अधिक लोग मारे गए हैं। बचे हुए लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

वायनाड पीड़ितों को 1 महीने तक प्रतिदिन 300 रुपये की आपातकालीन वित्तीय सहायता


तिरुवनंतपुरम: वायनाड में हुए भूस्खलन में अपने घरों और संपत्ति को खो चुके और राहत शिविरों में रहने को मजबूर परिवारों को केरल सरकार ने तत्काल वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। सरकार ने प्रभावित परिवारों को प्रतिदिन 300 रुपये की सहायता राशि देने का फैसला किया है। यह सहायता राशि प्रत्येक परिवार के अधिकतम दो सदस्यों को दी जाएगी। सरकार ने कहा है कि अगर परिवार के सदस्य बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं तो इस सहायता को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, केरल सरकार सरकारी या निजी भागीदारी के माध्यम से विस्थापितों के लिए घर बनाने पर भी विचार कर रही है।

Share this article
click me!

Latest Videos

धारा 370 पर मोदी ने खुलेआम दिया चैलेंज #Shorts
तिरुपति लड्डू का भगवान वेंकटेश से कनेक्शन, क्यों 300 साल पुरानी परंपरा पर उठ रहे सवाल?
Akhilesh Yadav LIVE: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता
कौन हैं मुकेश अहलावत? आतिशी की टीम सबसे ज्यादा इनकी चर्चा क्यों
दिल्ली सरकार की नई कैबिनेट: कौन हैं वो 5 मंत्री जो आतिशी के साथ लेंगे शपथ