केरल के कांग्रेस नेता पीसी जॉर्ज को मुस्लिम भावनाओं को आहत करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। हिंदू सम्मेलन में उन्होंने नफरत फैलाने वाला भाषण दिया था, जिसके बाद उन पर कार्रवाई की मांग उठी थी। बताया गया है कि जॉर्ज को उनके घर से पुलिस ने उठाया है।
तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार के पूर्व मुख्य सचेतक और पूर्व विधायक पी सी जॉर्ज को रविवार को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर मुस्लिम भावनाओं को आहत करने के लिए हिंदू सम्मेलन में नफरती भाषण देने का आरोप है। केरल में इस तरह की पहली गिरफ्तारी। बताया जा रहा है कि जॉर्ज को उनके घर से उठाया गया। उनके खिलाफ धारा 295A के तहत मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि समाज में विभाजन पैदा करने और सांप्रदायिक नफरत फैलाने के प्रयास कर रहे हैं। उनके खिलाफ गैर जमानती धारा लगाई गई है।
इस बयान से हुआ था विवाद
जॉर्ज ने राज्य में मुस्लिमों द्वारा संचालित रेस्त्रां में गैर मुस्लिमों को नहीं जाने की सलाह दी थी। इसके बाद से यह विवाद का मुद्दा बन गया है। जॉर्ज का बयान शुक्रवार का है, लेकिन अब यह मुद्दा बन रहा है। केरल के पूर्व कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को अनंतपुरी हिंदू महासम्मेलन में कहा था मुसलमानों द्वारा संचालित होटल, रेस्त्रों में नपुंसक बनाने वाली चाय बेची जा रही है। इसके जरिये वे देश पर ‘कब्जा' करने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि पुरुषों और महिलाओं को ‘बांझ' बनाने के लिए यह किया जा रहा है।
साम्प्रदायिक भावना भड़काने का आरोप
जॉर्ज के इन बयानों की पूरे राज्य में जमकर निंदा हो रही है। कांग्रेस ने राज्य सरकार से जॉर्ज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने आरोप लगाया कि जॉर्ज ने यह बयान बयान साम्प्रदायिक भावना भड़काने और समाज में विभाजन पैदा करने के मकसद से दिया है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की युवा शाखा मुस्लिम यूथ लीग ने डीजीपी को इस संबंध में एक शिकायती पत्र देकर जॉर्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जॉर्ज से बयान वापस लेने और केरल के समाज से माफी मांगने को कहा। जॉर्ज ने यह भी आरोप लगाया था कि मुस्लिम भोजन में थूकने के बाद उसे परोसते हैं।
पढ़ें जॉर्ज ने क्या कहा- जिसको लेकर हुआ विवाद
जॉर्ज ने कहा था- मंदिरों को हिंदू शासन के तहत लाया जाना चाहिए। स्थानीय हिंदुओं की समितियों को मंदिर चलाना चाहिए। चर्च और मस्जिद ईसाई और मुस्लिम समितियों के अधीन हैं, तो हिंदुओं के साथ भेदभाव क्यों। उन्होंने कहा था कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। हिंदुत्व असली संस्कृति है। यह बहु धर्म और बहु संस्कृतियों को अपनाता है। लोकतंत्र किसी को भी कुछ भी करने की आजादी दे रहा है। हम लोक समस्थ सुघिनो भवन्थु में विश्वास करते हैं। इसलिए भारत को एक हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए जो हिंदू संस्कृति के लिए खड़ा है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़कियां हिंदू और ईसाई लड़कियों को उपयुक्त मुस्लिम लड़कों से मिलने में मदद करती हैं। इस तरह लव जिहाद को बढ़ावा मिलता है। यह एक संस्कृति को खत्म करने की मुस्लिम साजिश है। मैं अंतर-धार्मिक विवाह के खिलाफ नहीं हूं, बल्कि हिंदू और ईसाई लड़कियों को धर्मांतरित करने के जानबूझकर जाल के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि मुसलमान पैसा कमाना चाहते हैं। उनका धर्म उन्हें दान मांगने से मना करता है, इसके बाद भी उनकी मस्जिदों के बाहर दान पेटियां हैं।
जॉर्ज ने कहा- मैंने उस भीड़ को बताया जिसने चुनाव प्रचार के दौरान मेरे भाषण का मजाक उड़ाया था। मैंने उनसे कहा कि मुझे उन लोगों से वोट नहीं चाहिए, जो भारत से प्यार नहीं करते। उन्होंने मुझे हरा दिया। मुझे कोई पछतावा नहीं है। मुझे किसी ऐसे मुसलमान का वोट नहीं चाहिए जो भारत से प्यार नहीं करता
जनसंख्या अनुपात तेजी से बदल रहा है। 54 फीसदी हिंदू..आज हिंदू आबादी 46 फीसदी 9 फीसदी कम हो गई है। हिंदू महिलाएं बच्चे पैदा करने से कतराती हैं। मुस्लिम महिलाएं अधिक बच्चों को जन्म दे रही हैं। वे देश को लोकतांत्रिक तरीके से जीतने के लिए जानबूझकर मुसलमानों की आबादी बढ़ा रहे हैं। जब मैंने लव जिहाद के खिलाफ बात की तो उन्होंने जानबूझकर मुझे हरा दिया। हिंदू केवल सभाओं के आयोजन में रुचि रखते हैं। वे मुस्लिम चाल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अनिच्छुक हैं। इसके खिलाफ लड़ने के लिए हिंदुओं को एकजुट होना होगा। जॉर्ज ने कहा- मुसलमान इस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। वे जहां भी जाते हैं शांति नहीं देते.. अफगानिस्तान को देखो। वे हर दिन लड़ रहे हैं। पाकिस्तान को देखिए, हर दिन मुसलमान आपस में लड़ रहे हैं और मार रहे हैं। वे जहां भी हैं, हमला करना चाहते हैं
योगी के लाउडस्पीकर फैसले का किया था समर्थन
जॉर्ज ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के फैसले का समर्थन किया। कहा कि योगी ने मंदिरों के साथ-साथ मस्जिदों में भी लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगा दिया। कितना सम्मानजनक फैसला है! यहां 69 मस्जिदें हैं। इन सभी मस्जिदों से अजान की कल्पना करो। कैसा लगेगा? मैं सुबह 4:50 बजे उठता हूं।
यह भी पढ़ें क्यों न गुल हो बत्ती, राज्य सरकारों पर कोल इंडिया का 6,477 करोड़ रुपए बकाया, महाराष्ट्र सबसे बड़ा बकायेदार