कोलकाता डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ सुनवाई कर रही है। मामले में सीजेआई ने कहा कि कोलकाता की घटना देश भर के डॉक्टरों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
नेशनल न्यूज। कोलकाता डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद चिकित्सकों की हड़ताल को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने के साथ सुनवाई कर रही है। इस दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ समेत तीन जजों की पीठ का कहना है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में हुई घटना देश भर में डॉक्टरों से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए गंभीरता जरूरी।
सीजेआई की पीठ ने कही ये बात
सीजेआई की पीठ ने कोलकाता केस की सुनवाई के दौरान कहा कि ये बड़ी चिंता की बात है कि आज हालात ये हो गए हैं कि हम देश में युवाओं को काम करने लायक माहौल तक नहीं दे पा रहे हैं। आज अगर महिलाएं काम पर नहीं जा पा रही हैं और हालात सुरक्षा पूर्ण नहीं दिख रहे हैं तो हम उन्हें समानता के अधिकार से वंचित रख रहे हैं। ऐसा रहा तो समानता का अधिकार का क्या मतलब रह जाएगा। इसके साथ ही न्यायधीशों की पीठ ने पीड़िता का नाम पूरी मीडिया में उजागर करने पर गहरी चिंता जताई है।
पीठ ने कहा, प्रिंसिपल ने की घटना को आत्महत्या बनाने की कोशिश
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि अस्पताल परिसर में इस घटना के बाद हालात बिगड़ने तय थे। ऐसे में कही मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष ने हत्या के मामले को आत्महत्या बनाने की कोशिश तो नहीं की। घटना के दो दिन बाद प्रिंसिपल ने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है। पिछले 53 घंटे से सीबीआई उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इस्तीफे के बाद दूसरे कॉलेज में नियुक्ति कैसे
सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई और पीठ ने सवाल उठाया कि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के पद से इस्तीफा देने और जांच चलने के दौरान किसी दूसरे कॉलेज में नियुक्ति कैसे हो गई। पीठ ने कहा कि ये मामला भी जांच करने योग्य है।