आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए प्रदर्शन के दौरान हुई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद से ही कॉलेज में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
RG Kar Medical College Trainee Doctor rape and murder case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने 9 लोगों को अरेस्ट किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा जारी कई फोटोज में आरोपियों के चेहरे सामने आने के बाद की गई है। मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप व मर्डर के बाद लगातार धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं। दो दिन पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने केस को पुलिस से लेकर सीबीआई के हवाले कर दिया है। डॉक्टर रेप व हत्या के मामले में पुलिस ने सिविक वालंटियर संजय राय को अरेस्ट किया था।
दरअसल, कोलकाता और देश के कई अन्य हिस्सों में महिलाओं ने एक धरना प्रदर्शन किया। बुधवार की रात में 'women, reclaim the night' धरना में देर रात कुछ लोग जोकि धरना का हिस्सा नहीं थे, हॉस्पिटल कैंपस में घुस आए और हंगामा करने लगे। इन लोगों ने तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचायी और पुलिसवालों पर पत्थर भी फेंके। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस छोड़े। कोलकाता पुलिस ने कहा कि 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
पुलिस जारी किए तोड़फोड़ करने वालों के फोटो
कोलकाता पुलिस ने गुरुवार की सुबह अस्पताल कैंपस में तोड़फोड़ करने में शामिल हुए लोगों के फोटो जारी किए। फोटोज, सोशल मीडिया पर शेयर की गईं और संदिग्ध दंगाइयों के चेहरों पर घेरा बनाया गया। फोटो जारी किए जाने के कुछ घंटों बाद पुलिस ने 9 लोगों को अरेस्ट किया है। हालांकि, अरेस्ट किए गए लोगों की जानकारी पुलिस ने नहीं दी है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस डर का माहौल पैदा करना चाहती
पुलिस जारी फोटो में कई ऐसे चेहरे शामिल हैं जो प्रदर्शन में शामिल थे। अस्पताल के बाहर प्रदर्शन में शामिल डॉ.अनुभव मंडल ने बताया कि उनका चेहरा भी पुलिस ने लाल घेरा बनाकर जारी किया है। लेकिन हमारा विरोध जारी रहेगा। जो कोई भी सोचता है कि वह हमारे अंदर डर पैदा कर सकता है, वह सफल नहीं होगा, हम किसी भी कीमत पर न्याय चाहते हैं। हमारी सबसे महत्वपूर्ण मांग अदालत की निगरानी वाली प्रक्रिया के माध्यम से निष्पक्ष जांच और न्याय है।
राज्यपाल ने किया अस्पताल का दौरा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गुरुवार को अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टर्स और मेडिकल स्टूडेंट्स को न्याय का भरोसा दिलाया। स्टूडेंट्स ने ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की।
सीबीआई के हवाले हाईकोर्ट ने किया जांच
उधर, मंगलवार 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने ट्रेनी डॉक्टर रेप व हत्या के मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया। हाईकोर्ट ने 9 अगस्त को 31 वर्षीय डॉक्टर से रेप व हत्या के मामले में पुलिसिया कार्रवाई में तेजी नहीं होने की बात कहते हुए मामले को सीबीआई को सौंप दिया। पुलिस ने अस्पताल के सेमीनार हॉल में शव मिलने के बाद एक आरोपी संजय राय को अरेस्ट किया था। राय अब सीबीआई की हिरासत में है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट गैंगरेप की ओर कर रहा इशारा
ट्रेनी डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मौत सुबह 3-5 बजे सुबह के बीच हुई थी। उसे मारने से पहले कई चोटें आई थीं। हाईकोर्ट में पीड़िता के माता-पिता ने बताया कि मृतका के शरीर में 150 मिलीग्राम स्पर्म पाया गया था। एक व्यक्ति का 15 मिलीग्राम स्पर्म ही हो सकता है। इससे साफ जाहिर है कि उसका गैंगरेप किया गया। माता-पिता की याचिका में कहा गया है कि किसी अन्य अपराधी को गिरफ़्तार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया जबकि सबूत स्पष्ट रूप से संकेत देते हैं कि उनकी बेटी सामूहिक बलात्कार और हत्या की शिकार थी।
यह भी पढ़ें:
डॉक्टर्स का संदीप रॉय को प्राचार्य मानने से इनकार, HC ने ममता सरकार को फटकारा