किसान क्रांति-2021 का ऐलान: टिकैत की चरखी दादरी में महापंचायत से पहले दो किसानों की मौत

शनिवार को देशव्यापी चक्काजाम के बाद किसान आंदोलन में फिर फूट सामने आ गई। 40 किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल ने शनिवार रात यह बयान देकर राकेश टिकैत पर सवाल खड़े कर दिए कि उन्होंने यूपी और उत्तराखंड को चक्काजाम से दूर क्यों रखा? इस बीच टिकैत ने रविवार को चरखी दादरी में महापंचायत की। इससे पहले एक किसान ने सुसाइड कर लिया। जबकि दूसरे की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इस बीच उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर पिघलने से मची त्रासदी पर राकेश टिकैत ने कहा कि वे प्रशासन के साथ मिलकर हर संभव करने को तैयार हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 7, 2021 3:48 AM IST / Updated: Feb 07 2021, 03:34 PM IST

नई दिल्ली. पिछले 74 दिनों से चले आ रहे किसान आंदोलन में दिल्ली हिंसा के बाद एक बार फिर फूट पड़ गई। शनिवार को देशव्यापी चक्काजाम के बाद 40 किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल ने शनिवार रात यह बयान देकर राकेश टिकैत पर सवाल खड़े कर दिए कि उन्होंने यूपी और उत्तराखंड को चक्काजाम से दूर क्यों रखा? बता दें कि इस चक्काजाम का सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा के अलावा राजस्थान में देखा गया। बाकी राज्यों में कुछ खास असर नहीं रहा। इस बीच टिकैत ने रविवार को चरखी दादरी में महापंचायत की। यहां बोलते हुए टिकैत ने कहा कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर पिघलने से मची त्रासदी पर में वे प्रशासन के साथ मिलकर हर संभव करने को तैयार हैं। 

उधर,आंदोलन के बीच टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान की सुसाइड का मामला सामने आया है। जींद के रहने वाले कर्मबीर नामक इस किसान ने फांसी लगा ली। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें किसान ने लिखा कि भारतीय किसान यूनियन जिंदाबाद। मोदी सरकार बस तारीख पर तारीख दे रही है। कोई नहीं जानता कि काले कानून कब वापस होंगे। वहीं, दूरकोट जिला मोगा के रहने वाले 60 साल के किसान सुखमिंदर सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च के दौरान तय रूट का उल्लंघन करने के लिए दो किसान नेताओं आजाद किसान समिति (दोआबा) के अध्यक्ष हरपाल संघ और भारतीय किसान यूनियन(क्रांतिकारी) के सुरजीत सिंह फूल को निलंबित कर दिया गया है।

चरखी दादरी में महापंचायत
शनिवार के चक्काजाम के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा के चरखी दादरी में महापंचायत का ऐलान किया था। बता दें कि टिकैत ने सरकार का चेतावनी दी है कि 2 अक्टूबर तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इस बीच अगर सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए, तो आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस बीच राहुल गांधी 12 फरवरी को राजस्थान में किसान आंदोलन में शामिल होंगे। टिकैत ने महापंचायत में जाने से पहले किसान क्रांति-2021 का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को उन्होंने 20 हजार ट्रैक्टरों की रैली निकाली थी, अब उनका टार्गेट 40 लाख का है। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपने ट्रैक्टर पर किसान क्रांति-2021 लिखें। जो ऐसा करेगा, उसका सम्मान किया जाएगा।

चक्काजाम के बाद फूट..

किसान नेता दर्शनपाल ने शनिवार रात एक बयान में कहा कि राकेश टिकैत को यह निजी तौर पर महसूस हुआ होगा कि यूपी और उत्तराखंड में चक्काजाम के दौरान हिंसा हो सकती है। उन्हें इस बारे में बातचीत करनी चाहिए थी। जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना था। बता दें कि टिकैत ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को चक्काजाम से अलग रखने का ऐलान किया था।

दिल्ली पुलिस ने हिंसा करने वालों की और तस्वीरें जारी कीं
इस बीच दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा करने वाले 24 और लोगों की तस्वीरें जारी की हैं। इन लोगों ने बुराड़ी रिंग रोड और उसके आसपास तोड़फोड़ की थी। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।


ट्रैक्टर पर भिंडरावाला का झंडा दिखा
शनिवार को चक्काजाम के दौरान लुधियाना में एक ट्रैक्टर पर ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाला का झंडा देखे जाने का भी वीडियो सामने आया है। इसके बाद किसान आंदोलन पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं।

 

Share this article
click me!