भाजपा और लोजपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बात बन गई है। सूत्रों के अनुसार लोजपा को पांच सीटें मिली हैं। चिराग पासवान ने जेपी नड्डा से मुलाकात की है।
नई दिल्ली। बिहार में भाजपा और लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) के बीच सीट-शेयरिंग को लेकर बात बन गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोजपा को पांच सीटें मिली हैं। लोजपा के दो गुट हैं। एक गुट का नेतृत्व चिराग पासवान कर रहे हैं। दूसरे गुट का नेतृत्व चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार चिराग की पार्टी को पांच सीटें मिली हैं। पशुपति पारस को लोकसभा की सीटें नहीं मिली हैं। पशुपति को राज्यपाल और प्रिंस को मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया गया है।
चिराग पासवान ने दिल्ली आकर बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि नड्डा के साथ उनकी बातचीत बिहार में सीट बंटवारे को लेकर हुई है। इसे अंतिम रूप दिया गया है। उचित समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी।
चाचा पर कसा तंज
चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने चाचा पशुपति पारस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन भाजपा के साथ पहले से है। लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा हो चुका है। गठबंधन का स्वरूप पूरी तरह से तैयार हो गया है। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास आने वाले दिनों में इस लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगी कि बिहार की 40 सीटें एनडीए गठबंधन जीते। पशुपति पारस के एनडीए में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया तो चिराग ने कहा कि उन्हें पता नहीं कि वे एनडीए में हैं या नहीं। उनके पास किसी के कोटे की सीटें नहीं है।
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हाजीपुर सीट चिराग के पास
पशुपति पारस गुट को लोकसभा की कोई सीट नहीं दिए जाने से साफ हो गया है कि हाजीपुर लोकसभा सीट चिराग पासवान को मिली है। यहां से राम विलास पासवान 1977 से 2019 तक कई बार सांसद चुने गए थे। 2019 के चुनाव में हाजीपुर से पशुपति पारस चुनाव लड़े थे और जीत दर्ज की थी।
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