Tripura सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में Maharashtra में बवाल: Sambit Patra का आरोप- राहुल गांधी ने उकसाया

Published : Nov 13, 2021, 01:34 PM IST
Tripura सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में Maharashtra में बवाल: Sambit Patra का आरोप- राहुल गांधी ने उकसाया

सार

त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में शुक्रवार को महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों ने बंद का आह्वान किया था। घोषित बंद के दौरान अमरावती, नांदेड़, मालेगांव आदि क्षेत्रों में भीड़ बेकाबू होकर हिंसा पर उतर आई। पथराव हुआ। पुलिसवालों को भी निशाना बनाया गया। पुलिस लाठीचार्ज हुई।

मुंबई। त्रिपुरा (Tripura) में हुई सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) के विरोध में महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई क्षेत्र में हिंसा भड़क चुकी है। शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों की ओर से हजारों लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया था जिसके बाद कई जगहों पर हिंसा हुई और पुलिस को लाठीचार्ज (lathicharge) करना पड़ा था। शनिवार को दूसरे पक्ष की ओर से शहर बंद कराया गया है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और एक बार फिर स्थितियां बेकाबू हो गईं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प जारी है। 

संबित पात्रा बोले-राहुल गांधी के बयान के बाद भड़की हिंसा

त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के अमरावती, नांदेड़, मालेगांव आदि क्षेत्रों में भड़की हिंसा पर बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरोप लगाया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने महाराष्ट्र में अपनी पार्टी के एक प्रशिक्षण सत्र में बोलकर भीड़ को उकसाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अपनी पार्टी के प्रशिक्षण सत्र में राहुल गांधी ने हिंदुओं पर हमला करने संबंधी बयान दिया और हिंसक बताया। इसका नतीजा यह हुआ कि महाराष्ट्र में भारी संख्या में जुटी मुस्लिम भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया और हिंसा किया। यह त्रिपुरा में हिंसा के बहाने किया जाता है जो कभी नहीं हुआ।

 

यह है पूरा मामला

त्रिपुरा में पिछले दिनों सांप्रयादिक हिंसा हुई। दरअसल, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के बाद त्रिपुरा में स्थितियां बिगड़ गई थीं। मुसलमानों का आरोप था कि उनको धमकी दी जा रही है। राज्य में कई जगहों पर धार्मिक स्थलों पर तोड़फोड़ की अफवाहें भी उड़ाई गई। त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में शुक्रवार को महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों ने बंद का आह्वान किया था।

घोषित बंद के दौरान भीड़ अमरावती में मार्च कर करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंची। आरोप है कि भीड़ ने रास्ते में खुली दुकानों पर कई जगहों पर पथराव किया था। दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की शिकायत भी दर्ज हुई है। केवल अमरावती ही नहीं नांदेड़, मालेगांव आदि क्षेत्रों में भी भीड़ बेकाबू होकर हिंसा पर उतर आई। पथराव हुआ। पुलिसवालों को भी निशाना बनाया गया। पुलिस लाठीचार्ज हुई। शुक्रवार को पूरे दिन यह मामला चलता रहा। 

शनिवार को भी दूसरे पक्ष ने किया बंद का आह्वान

भाजपा और बजरंग दल ने तोड़फोड़ के विरोध में शनिवार (13 दिसंबर) को अमरावती बंद का आह्वान किया था। इस प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई है। हजारों की भीड़ शनिवार को भी सड़क पर है और हिंसक प्रदर्शन की सूचनाएं आ रही है। 

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