मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक घंटे बाद ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली कैबिनेट बैठक की। इसमें एनसीपी नेता अजित पवार और आदित्य ठाकरे के अलावा उद्धव के साथ शपथ लेने वाले 6 मंत्री भी शामिल हुए।
मुंबई. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक घंटे बाद ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली कैबिनेट बैठक की। इसमें एनसीपी नेता अजित पवार और आदित्य ठाकरे के अलावा उद्धव के साथ शपथ लेने वाले 6 मंत्री भी शामिल हुए। बैठक में शिवाजी महाराज की राजधानी रायगढ़ स्थित किले के पुनरुद्धार में तेजी लाने का फैसला किया गया। सरकार ने इसके लिए 20 करोड़ रुपए का बजट भी पास किया।
इसके अलावा जल्द ही सरकार किसानों पर भी बड़ा फैसला लिया जाएगा। कैबिनेट की पहली बैठक में किसानों को लेकर भी चर्चा हुई।
योजनाओं की मांगी जानकारी
ठाकरे ने कहा, ''असमय बारिश और बाढ़ से किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है। छोटी मोटी घोषणाएं करने से कुछ नहीं होगा, मैंने किसानों की बेहतरी के लिए जानकारी मांगी है। यह भी जानकारी मांगी है कि किसानों की स्थिति ठीक करने के लिए क्या किया जा सकता है। एक दो दिन में किसानों के लिए कोई बड़ा ऐलान होगा।''
सेक्युलर शिवसेना के सवाल पर नाराज हुए उद्धव
उद्धव ठाकरे ने जब कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया तो वे एक सवाल पर नाराज हो गए। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत सेक्युलर शब्द का इस्तेमाल किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या शिवसेना सेक्युलर हो गई है तो उद्धव थोड़ा नाराज दिखे। उद्धव ने पूछा कि सेक्युलर का क्या मतलब है, जो संविधान में है, वही है।