शिवसेना-कांग्रेस के विधायक शिफ्ट; गडकरी ने कहा-सीएम BJP का ही होगा; राउत बोले-तोड़ देंगे गठबंधन

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है, दोनों दलों के बीच 50- 50 का कोई करार नहीं किया गया था, इसलिए मुख्यमंत्री भाजपा की ही होगा।  वहीं, शिवसेवा के नेता संजय राउत ने कहा कि यदि तय वादों के मुताबिक सीएम पद नहीं मिला तो एनडीए से बाहर हो जाएंगे।

Asianet News Hindi | Published : Nov 8, 2019 9:22 AM IST

मुंबई. महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर जारी खींचतान में नया मोड़ आ गया है। जिसमें शिवसेना और भाजपा नेताओं की ओर से बयानों का दौर जारी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है, दोनों दलों के बीच 50- 50 का कोई करार नहीं थी। उन्होंने बीजेपी का स्टैंड साफ करते हुए कहा कि संख्या बल के आधार पर हमारी पार्टी बड़ी है, इसलिए मुख्यमंत्री भाजपा की ही होगा। वहीं, शिवसेवा के नेता संजय राउत ने कहा कि यदि तय वादों के मुताबिक सीएम पद नहीं मिला तो एनडीए से बाहर हो जाएंगे। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना का यह बड़ा दांव होगा। 

मंत्री गडकरी ने कहा

बीजेपी-शिवसेना की खींचतान के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो मैं मध्यस्थता के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ हमने कभी भी मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर बातचीत नहीं की थी। ढाई-ढाई साल सीएम पद का कोई वादा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि सीएम पद तो बीजेपी के पास ही रहेगा। नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में सरकार बनेगी। हमने शिवसेना के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा और हम ही सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बाला साहेब के समय भी सीएम पद को लेकर खींचतान हुई थी, तब हमने तय किया था कि जिसके सबसे अधिक विधायक होंगे, सीएम पद उसके ही खाते में जाएगा। 

शिवसेना की धमकी, तोड़ देंगे गठबंधन

दोनों दल अपने- अपने जिद्द पर अड़े हु्ए है। इस बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि अगर मामला जल्दी नहीं सुलझता है तो शिवसेना, महायुति से अलग हो सकती है।  इस बीच सेना भवन पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई में पार्टी नेताओं की अहम बैठक हो रही है। इस बैठक से पहले शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने कहा कि सीएम शिवसेना से होना चाहिए। हम उद्धव ठाकरे के आदेशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जब तक हमें बताया जाएगा, तब तक होटल में रहेंगे। 

बैठकों का दौर जारी

शिवसेना के नेताओं ने कहा है कि महाराष्ट्र की अस्मिता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जब तक वादे पर कोई निर्णय नहीं होता है तब तक कोई समझौता नहीं होगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बीजेपी नेताओं संग बैठक कर रहे है। जिसमें स्थितियों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। 

की जा रही झूठा ठहराने की कोशिश

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना में तनातनी जारी है। दोनों ही दल अपनी पार्टी से सीएम बनाने पर अड़े हैं। वहीं, शिवसेना का कहना है कि वह चुनाव पूर्व हुए वादों के आधार पर ही सरकार का गठन करेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उन्हें झूठा ठहराने की कोशिश की जा रही है। जबकि, चुनाव पूर्व 50-50 का वादा किया गया था। जिसके तहत एक निश्चित अंतराल के बाद दोनों दलों से मुख्यमंत्री तय किए जाएंगे।

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