बीरभूम हिंसा का मुख्य आरोपी अनारूल हुसैन गिरफ्तार, 1998 से ममता बनर्जी की पार्टी से जुड़ा था

बीरभूम हिंसा और 8 लोगों को जिंदा जलाने के मामले के लगातार तूल पकड़ने के बाद गुरुवार को पुलिस ने हिंसा के मुख्य आरेाप अनारूल हसन को गिरफ्तार कर लिया। अनारूल ममता बनर्जी की पार्टी टीमएसी से 1998 से जुड़ा था। उसकी संलिप्तता की जानकारी के बाद सीएम ममता बनर्जी ने उसे गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे।  

Asianet News Hindi | Published : Mar 24, 2022 11:45 AM IST / Updated: Mar 24 2022, 05:22 PM IST

बीरभूम। पश्चिम बंगाल के बीरभूम (Birbhum Violence Case) में 8 लोगों को जिंदा जलाने के मामले का मुख्य आरोपी अनारूल हुसैन (Anarul Hussain Arrested) गिरफ्तार कर लिया गाय है। गुरुवार को पुलिस ने उसे तारापीठ से गिरफ्तार किया। आज ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta banarjee) ने रमपुरहाट के उस गांव में जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। इससे पहले ममता ने आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। अनारूल 1998 से ममता बनर्जी की पार्टी से जुड़ा था।

अनारूल ही था हमलावरों का लीडर  
TMC प्रवक्ता कुणाल घोष (Kunal Ghosh)ने बताया कि बीरभूम हिंसा ममले में आरोपी नेता अनारूल की तलाश में एसआईटी छापेमारी कर रही थी। सीएम ममता बनर्जी ने खुद अपनी पार्टी के आरोप नेता को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। सोमवार की रात आग लगाकर जिंदा जलाने की घटना में बाल-बाल बचे मिहिलाल शेख ने पुलिस के सामने अनारूल का नाम लिया था। उसने पुलिस को बताया था कि उस रात गांव पर हमले का नेतृत्व अनारुल हुसैन ने किया था। मुख्यमंत्री के सामने घटना की जानकारी देते हुए उसकी आंखों में आंसूू छलक आए थे। 

हिंसा प्रभावित इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगे 
दो दिन पहले हुई इस घटना को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने कहा कि बीरभूम के जिस गांव में घटना हुई वहां घटनस्थल की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाए। कोर्ट ने गवाहों की सुरक्षा के भी बंदोबस्त करने को कहा था। कोर्ट के आदेश के बाद हिंसा वाले इलाके में किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं करने को कहा गया है।

यह भी पढ़ें सड़क से लेकर संसद तक बीरभूम हिंसा की गूंज, राज्यपाल धनखड़ बोले- ऐसी घटनाओं से सबक ले पश्चिम बंगाल सरकार 

राज्यपाल बोले- घटना से सबक ले सरकार 
इस नृशंस हत्याकांड पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर ममता सरकार को आईना दिखाया है। उन्होंेने कहा कि सरकार को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अपना बचाव करने की बजाय इनसे सबक लेना चाहिए। इससे पहले भी धनखड़ ने कहा था कि राज्य में कानून-व्यवस्था और मानवाधिकार कहीं नहीं दिख रहे हैं। बीरभूम के रामपुर हाट में भयावह हिंसा और आगजनी का तांडव बताता है कि राज्य हिंसा और अराजकता की संस्कृति की चपेट में है।  

यह भी पढ़ें West Bengal Violence : राज्यपाल धनखड़ ने ममता सरकार की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल, सरकार पर लगाए ये आरोप

Share this article
click me!