ममता का आरोप, मीटिंग में बड़े राज्यों को बोलने नहीं दिया जाता, मोदी सरकार विरोधाभासी बयान दे रही

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग को लेकर प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मीटिंग में बड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने तक नहीं दिया जाता। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार पर विरोधाभास बयान देने का आरोप भी लगाया।
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 27, 2020 2:21 PM IST

कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग को लेकर प बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मीटिंग में बड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने तक नहीं दिया जाता। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार पर विरोधाभास बयान देने का आरोप भी लगाया।

ममता बनर्जी ने कहा, एक तरफ केंद्र सरकार कहती है कि लॉकडाउन का पालन किया जाए। वहीं दूसरी ओर दुकानें खोलने का आदेश दे दिया जाता है। अगर दुकानें खुलेंगी तो लॉकडाउन का पालन कैसे होगा। इ 

गृह मंत्रालय ने जारी किया था दुकानें खोलने का आदेश
दरअसल, 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के बाद दो बार छूटों का ऐलान किया गया। हाल ही में गृह मंत्रालय ने ग्रामीण इलाकों और शहरों के बाहरी हिस्सों में सिंगल दुकानें खोलने का आदेश दिया है। हालांकि, रेड जोन या हॉटस्पॉट एरिया में यह छूट नहीं मिलेगी। ऐसे में ममता बनर्जी ने कहा, गृह मंत्रालय के इस आदेश पर और अधिक स्पष्टता की जरूरत है। 

राज्यों को बोलने नहीं दिया जाता
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के साथ राज्यों के सीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा में रोटेशन सिस्टम का हवाला देकर कई राज्यों को बोलने नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा, अगर उन्हें मौका मिलता तो कई मुद्दों पर सवाल पूछतीं। ममता बनर्जी ने कहा, उन्हें बंगाल में केंद्र की टीम की जरूरत को लेकर सवाल पूछना था। इसके अलावा उन्होंने कहा, हम लॉकडाउन के समर्थन में हैं, लेकिन केंद्र सरकार इसे लेकर विपरीत बयान दे रही है। 

लाखों लोगों को क्वारंटीन में नहीं रखा जा सकता
ममता बनर्जी ने कहा, अगर कोई शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है और उसके पास घर है तो वह खुद को क्वारंटाइन कर सकता है। सरकार लाखों लोगों को क्वारंटाइन नहीं कर सकती। इसकी भी एक सीमा है।  

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