मनीष तिवारी का अधीर रंजन पर पलटवार, उम्मीद करता हूं राजनाथ जी को संबोधित ट्वीट आपकी चिंताओं को दूर कर देंगे

मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने 26/11 हमलों को लेकर मनमोहन (Manmohan Singh) सरकार के रवैये पर अपनी किताब में सवाल उठाया था। इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मनीष तिवारी को आड़े हाथों लिया था। तिवारी ने आज इसका जवाब दिया। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 28, 2021 5:26 PM IST

नई दिल्ली। मुंबई के 26/11 हमलों के बाद कार्रवाई न करने को लेकर मनमोहन सिंह सरकार की आलोचना करने वाले कांग्रेस (Congress) नेता मनीष तिवारी ने अब पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan) पर पलटवार किया है। मनमोहन सरकार पर हमला करने पर अधीर रंजन चौधरी ने उन पर निशाना साधा था और कहा था कि आपने यह मुद्दा तब क्यों नहीं उठाया, जब आप सरकार का हिस्सा था। चौधरी ने कहा था कि 26/11 हमलों (मुंबई हमलों) के बजाय तिवारी को चीन पर और भारत की सीमा पर उसकी हालिया गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके बाद रविवार को मनीष तिवारी ने चीन (China) की घुसपैठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) पर निशाना साधने वाले कुछ ट्वीट किए। इन ट्वीट के ‘स्क्रीनशॉट' उन्होंने ट्विटर पर शेयर करते हुए अधीर रंजन चौधरी को टैग किया। 

चीन की लगातार घुसपैठ मेरी किताब का अहम हिस्सा 
अधीर रंजन पर पलटवार करते हुए मनीष तिवारी ने ट्वीट किया- प्रिय अधीर दादा, उम्मीद करता हूं कि माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी को संबोधित ट्वीट के स्क्रीनशॉट आपकी चिंताओं और आलोचना को भी दूर कर देंगे। उन्होंने रक्षा मंत्री सिंह को संबोधित अपने ट्वीट के स्क्रीनशॉट के साथ दिन में किए गए ट्वीट में लिखा- चीन की लगातार घुसपैठ और उन्हें NDA/BJPसरकार का जवाब मेरी पुस्तक का एक अहम हिस्सा है। मुंबई आतंकी हमलों के बाद यूपीए सरकार के प्रभावी कार्रवाई नहीं करने की बात कहने के लिए मनीष तिवारी की किताब का राजनाथ सिंह द्वारा हवाला दिए जाने पर मीडिया में आई एक खबर को टैग करते हुए तिवारी ने ट्वीट किया-माननीय राजनाथ जी, आपकी पार्टी में ट्रोल हैं, इसे मैं समझ सकता हूं। लेकिन, आपके रक्षा मंत्री होने के नाते मैं आपसे मेरी पुस्तक गंभीरता से पढ़ने का अनुरोध करना चाहूंगा, बशर्ते कि आप गंभीरता से सोचते हों कि सर्जिकल स्ट्राइक या बालाकोट (Balakot Air Strike) हमला पाकिस्तान (Pakistan) के बर्ताव में कोई ठोस बदलाव लाया है। 
उन्होंने कहा कि सरकार से नियंत्रण के बाहर के तत्वों के खिलाफ पारंपरिक बल की प्रतिक्रिया का विषय भी बहस किए जाने योग्य है। यहां तक कि आज भी यह उतना ही चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, जितना 2008 में था। तिवारी ने राजनाथ सिंह को संबोधित सिलसिलेवार ट्वीट में कहा-मैं इस पर और अप्रैल 2020 से जारी चीनी घुसपैठ पर आपकी सरकार की प्रतिक्रिया पर भी काफी चर्चा करूंगा, जो दो दिसंबर 2021 को किताब के औपचारिक लोकार्पण के बाद इसका एक अहम हिस्सा होगा।  बाद में उन्होंने ट्वीट के स्क्रीनशॉट शेयर किए और चौधरी पर पलटवार किया। 


26/11 हमलों के बाद कार्रवाई न करने को लेकर मनमोहन सरकार की आलोचना की थी 
मनीष तिवारी ने अपनी किताब ‘10 फ्लैशप्वाइंट्स : 20 ईयर्स ' में 26/11 हमलों से निपटने के तौर तरीकों को लेकर संप्रग सरकार की आलोचना की है। उन्होंने लिखा है कि संयम मजबूती का प्रतीक नहीं है। भारत को हमले के बाद ठोस कार्रवाई करनी चाहिए थी। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी हमला करते हुए आरोप लगाया कि ‘माउंटेन स्ट्राइक कोर' को भंग करना सबसे बड़ा नुकसान है, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP)की सरकार ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को पहुंचाया है। मनीष तिवारी कांग्रेस के 23 नेताओं के उस समूह (G-23)में शामिल हैं, जिसने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी संगठन में नीचे से ऊपर तक बदलाव करने और कांग्रेस में हर पद के लिए चुनाव कराने की मांग की थी।  

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