Shocking Picture मणिपुर लैंडस्लाइड, मलबे ने रोका नदी का रास्ता, डैम की तरह रुका पानी, अगर टूटा, तो कहर बरपेगा

मणिपुर के नोनी जिले में रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पर 30 जून को भूस्खलन(massive landslide railway construction site in Manipur Noney district) में 8 लोगों की मौत हो गई। 70 से अधिक लोग अभी भी मिसिंग हैं, जिनके लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस बीच नागरिक प्रशासन ने एजई नदी( Ijei River) के निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सावधानी बरतने और भूस्खलन से नदी पर बने बांध के टूटने की आशंका के कारण जगह खाली करने को कहा है। 

Amitabh Budholiya | Published : Jul 1, 2022 5:32 AM IST / Updated: Jul 02 2022, 07:14 AM IST

इम्फाल. मणिपुर के तुपुल(Landslide accident in Tupul, Manipur) में लैंडस्लाइड वाली घटना स्थल पर भारतीय सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, SDRF और NDRF द्वारा सर्च ऑपरेशन जारी है। नोनी जिले के तुपुल में रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पर 30 जून को भूस्खलन(massive landslide railway construction site in Manipur Noney district) में 8 लोगों की मौत हो गई। 70 से अधिक लोग अभी भी मिसिंग हैं, जिनके लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि कहीं-कही यह संख्या 55 बताई जा रही है। इस बीच नागरिक प्रशासन ने एजई नदी( Ijei River) के निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सावधानी बरतने और भूस्खलन से नदी पर बने बांध के टूटने की आशंका के कारण जगह खाली करने को कहा है। दरअसल, इजेई नदी का प्रवाह मलबे से बाधित हो गया है, जिससे बांध जैसी स्थिति पैदा हो गई है। अब अगर यह बांध टूटता है, तो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों में कहर बरपा देगा। 

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लगातार जारी है रेस्क्यू
1 जुलाई की सुबह की तलाशी के दौरान प्रादेशिक सेना के जवानों के 2 और शव मिले हैं। ऑपरेशन में 10 कॉलम(रेस्क्यू टीम की टुकड़ियां) लगाई गई हैं। कीचड़ और बोल्डर्स को हटाने के लिए जाइंट ऑपरेशन जारी है। सर्च ऑपरेशन में रेस्क्यू डॉग भी बुलाया गया है। शुक्रवार सुबह सी पूर्वी कमान में जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता(GOC in C Eastern Command, Lt Gen RP Kalita) ने प्रादेशिक सेना के उन 6 घायल जवानों से मुलाकात की, जिन्हें रेस्क्यू के बाद 30 जून को लीमाकोंग सैन्य अस्पताल में ले जाया गया था। मंत्रीपुखरी में असम राइफल्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हादसे में 13 प्रादेशिक सेना के जवानों और 05 नागरिकों को बचा लिया गया है, जबकि प्रादेशिक सेना के 9 जवानों और 1 नागरिक की बॉडी मिली है। बाकी लापता कर्मियों की तलाश जारी है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind) ने भूस्खलन के कारण नागरिकों और सशस्त्र बलों के जवानों की जान जाने पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि मणिपुर के नोनी में भूस्खलन के कारण नागरिकों और सशस्त्र बलों के जवानों की मौत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। कोविंद ने ट्वीट किया, मैं उन लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं, जिनके लिए बचाव और राहत अभियान जारी है। 

यह भी जानें
प्रशासन ने यात्रियों को कई सड़कें मलबे से बंद होने से नेशनल हाईवे-37 से न गुजरने की सलाह दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की। मुख्यमंत्री ने स्थिति की वस्तुस्थिति का आकलन करने एक मीटिंग बुलाई। वे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालो के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है। राज्यपाल ला गणेशन ने भी मौतों पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।

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