नौकरानी की मदद के लिए MBA कपल लगाता है ठेला, फिर सुबह 10 बजे के बाद नौकरी पर जाता है

कांदिवली स्टेशन के बाहर स्टॉल लगाने वाले एक कपल की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह कपल हर दिन सुबह 4 बजे से 10 बजे तक फूड स्टॉल लगाता है, जहां पोहा, उपमा और पराठा बेचते हैं। 10 बजे के बाद यह कपल अपनी नौकरी पर निकल जाते हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 4, 2019 12:08 PM IST / Updated: Oct 04 2019, 05:46 PM IST

मुंबई. कांदिवली स्टेशन के बाहर स्टॉल लगाने वाले एक कपल की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह कपल हर दिन सुबह 4 बजे से 10 बजे तक फूड स्टॉल लगाता है, जहां पोहा, उपमा और पराठा बेचते हैं। 10 बजे के बाद यह कपल अपनी नौकरी पर निकल जाते हैं। जब इनसे पूछा गया कि ऐसा क्यों करते हैं तब इन्होंने बताया कि दोनों एमबीए हैं। लेकिन अपनी मेड की मदद के लिए खाने का स्टॉल लगाते हैं। खाना बेचकर जो पैसा मिलता है वह मेड को दे देते हैं। 

दीपाली भाटिया ने फेसबुक पर शेयर की कहानी
दीपाली भाटिया नाम की एक महिला ने अश्विनी शेनॉय शाह और उसके पति की कहानी को फेसबुक पर पोस्ट किया। गांधी जयंती की सुबह दीपाली भाटिया अच्छे खाने की तलाश में थीं। तभी उनकी नजर शाह के स्टाल पर गई। स्टॉल पर पोहा, उपमा, पराठा और इडली जैसी चीजें बिक रही थी। जब भाटिया ने पूछताछ की कि वे सड़क पर खाना क्यों बेच रहे हैं, तो उन्होंने बताया कि उनकी मेड के पति को लकवा है। इसलिए मेड की आर्थिक मदद के लिए सुबह स्टॉल लगाते हैं। जो पैसा मिलता है उसे मेड को दे देते हैं। भाटिया ने युगल को "सुपर हीरोज" कहा जो दूसरों के लिए ऐसे सोच रहे हैं। 

"रुपए नहीं तो समय दान दें"
भाटिया के फेसबुक पोस्ट पर कुछ ही समय में 13,000 से अधिक लाइक्स और 4,900 से अधिक शेयर आ गए। एक यूजर ने लिखा, "इस तरह की चीजों करने के लिए बहुत साहस और बड़ा दिल चाहिए।" जबकि एक अन्य ने कहा, "कुछ नायक दिखते नहीं है, लेकिन उनकी मानवता और मूल्यों को सलाम है।" एक यूजर ने कहा, "इसे मानवता कहते हैं।" एक और यूजर का कहना है, "एक हम किसी को रुपए दान नहीं दे सकते, तो समय दान दें।"

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