बांग्लादेश के अस्पताल में कोमा में था बेटा, न इलाज के थे पैसे न India लाने का किराया, PMO तक पहुंची बात तो...

MBBS Student airlifted From Bangladesh शोएब के पिता ने बताया कि बांग्लादेश में इलाज कराने की स्थिति में वह नहीं हैं। उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि कोमा में बेटे को इंडिया ला सकें। घायल एमबीबीएस स्टूडेंट शोएब के पिता, जम्मू-कश्मीर सरकार में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। 

Dheerendra Gopal | Published : Jun 13, 2022 2:25 PM IST

MBBS student airlifted from Bangladesh to AIIMS Delhi: बांग्लादेश में भयानक एक्सीडेंट के शिकार जम्मू-कश्मीर के एक एमबीबीएस स्टूडेंट को भारत सरकार ने एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया है। एम्स में घायल स्टूडेंट का इलाज चल रहा है। राजौरी जिले के रहने वाले स्टूडेंट के एयरलिफ्ट पर पीएमओ को धन्यवाद देते हुए बीजेपी नेता रविंदर रैना ने बताया कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के एक एमबीबीएस छात्र को सोमवार को विशेष इलाज के लिए नई दिल्ली के एम्स में एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद बांग्लादेश के एक अस्पताल में इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया।

दोस्तों के साथ निकला था कि हो गया एक्सीडेंट

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के रहने वाले शोएब लोन ढाका के बारिंद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र है। शोएब का 3 जून को कॉलेज के अपने दो दोस्तों के साथ एक्सीडेंट हो गया था। हादसे में एक की मौत हो गई और शोएब समेत दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। राजौरी के रहने वाले शोएब के परिजन चाहते थे कि बेटे का इलाज भारत में हो क्योंकि वहां सुविधाओं के अभाव के साथ ही इलाज काफी महंगा था। बीते दिनों छात्र के पिता मोहम्मद असलम लोन की मुलाकात बीजेपी नेता रैना के साथ हुई। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष ने कहा, पिता की गुहार के बाद हम लोगों ने पीएमओ से संपर्क किया। पीएमओ ने तत्काल मदद के लिए आश्वस्त किया। 

कोमा में है शोएब

बताया जा रहा है कि एक्सीडेंट के बाद से शोएब कोमा में हैं। उसके माता-पिता, अपने बेटा का इलाज भारत में कराना चाहते थे। पीएमओ के हस्तक्षेप पर एमबीबीएस के छात्र शोएब लोन को ढाका से एयर एंबुलेंस से निकाला गया और नई दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। सरकार ने शोएब की हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया है। शोएब के पिता मोहम्मद असलम लोन ने बताया कि पीएमओ ने ब्योरा मांगा है। पीएमओ ने व्यक्तिगत रूप से बांग्लादेश में भारत के राजदूत को फोन किया ताकि छात्र के परिवार को हर संभव मदद मुहैया कराई जा सके। इसके बाद राजदूत ने ढाका के एवर केयर अस्पताल में घायल छात्र से मुलाकात की और राजौरी में उसके परिवार से संपर्क किया।

चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं शोएब के पिता

घायल एमबीबीएस स्टूडेंट शोएब के पिता, जम्मू-कश्मीर सरकार में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। परिजन ने बताया कि शोएब के पिता व अन्य परिवारीजन ने इलाज के लिए किसी तरह दस लाख रुपये एकत्र किए लेकिन वह इलाज में खर्च हो चुका है। शोएब के पिता ने बताया कि बांग्लादेश में इलाज कराने की स्थिति में वह नहीं हैं। उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि कोमा में बेटे को इंडिया ला सकें।

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