योगी के ऐलान के बाद भड़के राज ठाकरे, बोले- महाराष्ट्र सरकार की अनुमति के बगैर मजदूरों को नो एंट्री

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि अगर श्रमिक महाराष्ट्र आकर काम करना चाहेंगे तो उन्हें भी महाराष्ट्र सरकार की अनुमति लेनी होगी। दरअसल, यूपी की योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि कोई भी राज्य यूपी सरकार की अनुमति के बगैर यहां के मजदूरों को अपने यहां काम करने के लिए नहीं ले जा सकते। इस ऐलान के बाद राजनीति तेज हो गई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। 

Asianet News Hindi | Published : May 25, 2020 12:38 PM IST

मुंबई. प्रवासी मजदूरों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि कोई भी राज्य बिना यूपी सरकार की अनुमति के मजदूरों को अपने यहां काम नहीं करा सकते। जिसके बाद सियासी घमासान मचा हुआ है। योगी के ऐलान के बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि अगर श्रमिक महाराष्ट्र आकर काम करना चाहेंगे तो उन्हें भी महाराष्ट्र सरकार की अनुमति लेनी होगी। 

'महाराष्ट्र सरकार को इन बातों को गंभीरता से लेना चाहिए'

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को इस तरह की बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर योगी आदित्यनाथ ने ऐसा नियम बनाया है तो अब हम भी यह कहना चाहते हैं कि किसी भी मजदूर को महाराष्ट्र आने से पहले अब हमारी सरकार, पुलिस और प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। ऐसा ना करने पर किसी को महाराष्ट्र में एंट्री नहीं मिलेगी।

'थाने में जमा करानी होगी डिटेल्स'

सीएम योगी के ऐलान के बाद राज ठाकरे ने कहा, भविष्य में अगर कोई भी प्रवासी हमारे राज्य में आता है तो उसे भी अपनी डिटेल्स, आईडी प्रूफ आदि को थाने में जमा करना होगा। जब यह कार्रवाई पूरी हो जाएगी, तो उसके बाद ही किसी मजदूर को महाराष्ट्र में एंट्री दी जाएगी। इस नियम को महाराष्ट्र को सख्ती से पालन भी कराना चाहिए।

योगी ने जताया था इस बात पर दुख

योगी ने इस बात पर दुख जताया कि कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों ने प्रवासी कामगारों का ‘उचित तरीके से ध्यान नहीं’ रखा। उन्होंने रविवार को कहा था कि जो भी राज्य चाहता है कि प्रदेश के प्रवासी कामगार उनके यहां वापस आएं, उन्हें राज्य सरकार से इसकी इजाजत लेनी होगी और उन कामगारों के सामाजिक, कानूनी और आर्थिक अधिकार सुनिश्चित करने होंगे। 

योगी सरकार ने बनाया है नियम

राज्य सरकार बिना अनुमति के उत्तर प्रदेश के लोगों को श्रमिक व कामगार के रूप में लेकर नहीं जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,‘‘ जिस प्रकार से लॉकाडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की दुर्गति हुई और उनके साथ जिस प्रकार का दुर्व्यवहार हुआ, उसको देखते हुए प्रदेश सरकार उनकी सामाजिक सुरक्षा की गारंटी अपने हाथों में लेने जा रही है।’’ योगी ने कहा कि प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश के अलावा देश और दुनिया में जहां कहीं भी जाएगा प्रदेश सरकार उसके साथ खड़ी रहेगी।

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