कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में डर का माहौल है। ईरान में कोरोना वायरस से 43 लोगों की मौत हो चुकी है। वहां फंसे भारतीयों को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना का C-17 ग्लोबमास्टर मिलिट्री एयरक्राफ्ट भेजा जाएगा।
नई दिल्ली. ईरान में कोरोना वायरस से अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। वहां (ईरान) कई भारतीय भी फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए भारतीय वायु सेना का C-17 ग्लोबमास्टर मिलिट्री एयरक्राफ्ट भेजा जाएगा। एफपी रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना से 110,000 लोग संक्रमित हैं। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 237 हो गई है।
सोमवार की रात करीब 8 बजे हिंडन एयरपोर्ट से विमान ईरान के लिए रवाना होगा। ईरान में करीब 2 हजार भारतीय रह रहे हैं।
"ईरान में फंसे हैं 100 से ज्यादा लोग"
1 मार्च को केरल के सीएम पिनराई विजयन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्ठी लिखकर बताया था कि ईरान के अजलूर में 100 से अधिक मछुआरो कोरोना वायरस की वजह से फंसे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि दूतावास को इस बारे में जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए जाए और वहां फंसे लोगों के वापसी का इंतजाम किया जाए।
ईरान ने 70,000 कैदियों को रिहा किया
ईरान में कोरोना वायरस का खतरा इस कदर बढ़ गया है कि करीब 70 हजार कैदियों को अस्थाई रूप से रिहा कर दिया गया है। ईरानी न्यायपालिका प्रमुख अब्राहिम रायसी ने इस बात की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने दिए थे निर्देश
ईरान में कोरोना वायरस से प्रभावित भारतीयों की सुरक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने संबंधित मंत्रियों के साथ बैठक की थी। इसके बाद ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के निर्देश दिए थे।
भारत में कोरोना के 43 मामले
भारत में अब तक कोरोना के कुल 43 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 3 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहां केरल में तीन साल के बच्चे को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। बच्चा हाल ही में अपने परिवार के साथ इटली से आया था। वहीं जम्मू में भी 63 साल की महिला को कोरोना वायरस के प्रभावित होने की पुष्टि हुई है। वह महिला भी ईरान की यात्रा कर लौटी है।