एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक (AVGC) के क्षेत्र में देश के काफी आगे बढ़ने की संभावना है। इसी काे देखते हुए बजट 2022 में वित्त मंत्री ने इस सेक्टर के लिए कुछ घोषणाएं की थीं। इन घोषणाओं में इस सेक्टर के लिए एक टास्क फोर्स का गठन भी होना था। इसकी सिफारिशों के आधार पर इस सेक्टर को ग्लोबल मार्केट में बढ़ावा दिया जाएगा।
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman) ने बजट 2022 (Budget 2022) के भाषण में एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक (AVGC) प्रमोशन टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि इस उद्योग के भागीदारों में निर्माण सामग्री में भारत सबसे आगे रहेगा।
25 से 30 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर
सरकार के मुताबिक देश में AVGC सेक्टर में 'क्रिएट इन इंडिया' और 'ब्रांड इंडिया' को सबसे आगे रखने की क्षमता है। 2025 तक भारत वैश्विक बाजार हिस्सेदारी के 5% (40 बिलियन डॉलर) पर कब्जा करने की क्षमता रखता है। इससे लगभग 25-30% की वार्षिक वृद्धि और सालाना 1,60,000 से अधिक नए रोजगार सृजित होंगे। एवीजीसी क्षेत्र के दायरे को और आगे बढ़ाने के लिए, केंद्रीय बजट 2022-23 में AVGC प्रमोशन टास्क फोर्स बनाने की घोषणा की गई थी। दरअसल, इस सेक्टर में ग्लोबल मार्केट में काफी डिमांड है और भारत का घरेलू बाजार में इसके निर्माण की क्षमता भी है।
90 दिनों के भीतर अपनी सिफारिशें भेजी टास्क फोर्स
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एवीजीसी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जिस टास्क फोर्स का गठन किया है, उसके प्रमुख सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव होंगे। इसमें कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने विभागों के सचिवों के साथ उद्योग जगह के प्रतिनिधियों की भी भागीदारी रहेगी।
टास्क फोर्स में उद्योग जगत के ये प्रतिनिधि
1- बीरेन घोष, कंट्री हेड, टेक्नीकलर इंडिया
2- आशीष कुलकर्णी, संस्थापक, पुनर्युग आर्टविजन प्रा. लिमिटेड
3- जेश कृष्ण मूर्ति, संस्थापक और सीईओ अनिब्रेन
4- केतन यादव, सीओओ और निर्माता रेडचिलीज वीएफएक्स
5- चैतन्य चिंचलीकर, मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी, व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल।
6- किशोर किचिली, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री हेड, जिंगा इंडिया।
7-नीरज रॉय, एमडी और सीओओ, हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट।
महाराष्ट्र और तेलंगाना की सरकारें भी टास्क फोर्स में
AVGC प्रमोशन टास्क फोर्स में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना की राज्य सरकारें भी शामिल हैं। इसके अलावा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद जैसे शिक्षा निकायों के प्रमुख और उद्योग निकायों-एमईएससी, फिक्की और सीआईआई के प्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल किया गया है।
क्या काम करेगी यह टास्क फोर्स
- यह टास्क फोर्स नेशनल एवीजीसी पॉलिसी तैयार करेगी।
- यह AVGC से संबंधित क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट पाठ्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे की सिफारिश करेगी।
- इसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों और उद्योग के सहयोग से कौशल पहल को सुगम बनाना भी है।
- यह रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के प्रति ध्यान केंद्रित करेगी।
- यह भारतीय AVGC इंडस्ट्री की वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए प्रचार और बाजार गतिविधियों को सुगम बनाएगी।
- एवीजीसी क्षेत्र में एफडीआई को आकर्षित करने के लिए निर्यात में वृद्धि और प्रोत्साहन की सिफारिश भी इस टास्क फोर्स के काम में शामिल है।
- AVGC प्रमोशन टास्क फोर्स अपना पहला एक्शन प्लान 90 दिनों के अंदर दाखिल करेगी।
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