भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को कतर की जेल से हिरा किया गया है। इन्हें जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कतर के एक कोर्ट ने इन्हें मौत की सजा सुनाई थी।
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को कतर की जेल से हिरा किया गया है। इन्हें जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कतर के एक कोर्ट ने इन्हें मौत की सजा सुनाई थी। पिछले साल दिसंबर में कतर की एक कोर्ट ने इन्हें पहले मिली मौत की सजा को घटाकर जेल की सजा में बदल दिया था।
नौसेना के पूर्व अधिकारियों को रिहा कराने के लिए भारत सरकार और कतर सरकार के बीच बातचीत चल रही थी। भारत सरकार की कोशिशों के चलते आठ अधिकारी रिहा हो गए हैं। इनमें से 7 सोमवार सुबह नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्होंने अपनी रिहाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। घर वापस आकर राहत महसूस कर रहे पूर्व सैनिकों ने अपनी रिहाई का श्रेय पीएम मोदी के नेतृत्व में किए गए निरंतर राजनयिक प्रयासों को दिया।
दिल्ली एयरपोर्ट पर लगाया- भारत माता की जय का नारा
दिल्ली एयरपोर्ट आने के बाद नौसेना के पूर्व अधिकारियों ने खुशी से "भारत माता की जय" का नारा लगाया। नौसेना के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी ने हमारी सजा कम कराने के लिए सीधे कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से बात की। उनकी राजनयिक पहल का असर है कि हम अपने देश लौट पाए हैं। इसके लिए पीएम मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
'मोदी गारंटी' ने जादू की तरह काम किया
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, " मोदी सरकार ने झूठे 'जासूसी' आरोप में कतर द्वारा पकड़े गए और मौत की सजा पाए आठ भारतीयों के परिवारों को आश्वासन दिया था कि उन्हें जीवित वापस लाया जाएगा। हमेशा की तरह पीएम नरेंद्र मोदी की 'मोदी गारंटी' ने जादू की तरह काम किया है। सभी आठों को रिहा कर दिया गया है। 7 घर वापस आ गए हैं।"
सोशल मीडिया पर अन्य यूजर्स ने भी नौसेना के पूर्व अधिकारियों की रिहाई के लिए मोदी सरकार की तारीफ की है।
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