मोदी ने ममता से लेकर मनमोहन सिंह तक का किया जिक्र, हिंसा करने वालों को दी यह नसीहत, रैली की 10 बड़ी बातें

दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ नागरिकता संशोधन कानून पर केंद्र सरकार का स्टैंड साफ किया बल्कि विपक्षी पार्टियों पर अल्पसंख्यकों के बीच झूठ फैलाने का आरोप भी लगाया। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 22, 2019 11:48 AM IST

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से देशभर में जारी विरोधों और हिंसा की घटनाओं के बीटच दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ नागरिकता संशोधन कानून पर केंद्र सरकार का स्टैंड साफ किया बल्कि विपक्षी पार्टियों पर अल्पसंख्यकों के बीच झूठ फैलाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कांग्रेस और उसके साथियों से, उसकी तरह देश को बांटने की राजनीति करने वाले दलों से कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हैं, उन्हें भड़का रहे हैं। मैं उनसे जानना चाहता हूं, क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था किस तरफ है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं। 

रैली में पीएम मोदी की बड़ी बातें 

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1. नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों में भ्रम फैला कर  भावनाओं को भड़का रहे हैं। ये लोग अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है। 

2. क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका कौन सा धर्म है? आपकी आस्था क्या है? आप किस पार्टी के समर्थक हैं? हमने उज्ज्वला योजना के तहत जब 8 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये, तो क्या किसी का धर्म या जाति पूछी थी? मैं कांग्रेस और उसके साथियों से जानना चाहता हूं कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हो, क्यों उन्हें भड़का रहे हो?

3. आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं। स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है। इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं? ये देश अब जान चुका है। 

4. मैं इन लोगों से कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ। लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत जलाओ, गरीब की झोपड़ी मत जलाओ। पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी निभाते हुए हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहे हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आपको पता है आज़ादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है।

5. जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो ये पुलिस न धर्म पूछती है न जाति, न ठंड देखती है न बारिश और आपकी मदद के लिए आकर खड़ी हो जाती है। अभी मंडी में आग लगी थी तो पुलिस ने यह नहीं देखा की किस जाति के लोग फंसे है। सबको सुरक्षित निकालने में जुटी हुई थी। ये लोग उपदेश दे रहे हैं, लेकिन शांति के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। इसका मतलब है कि हिंसा को, पुलिस पर हो रहे हमलों को आपकी मौन सहमति है। ये देश देख रहा है।

6. झूठ बेचने वाले, अफवाह फैलाने वाले इन लोगों को पहचानने की जरूरत है। ये 2 तरह के लोग हैं। एक वो लोग जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है। दूसरे वो लोग जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है। वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीतिक उल्लू सीधा करो।

7. नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं. ये संसद में बोला गया है. इस कानून का देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है। कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े-लिखे अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा। अपनी शिक्षा की कुछ तो कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या?


8. जो इस देश की मिट्टी के मुसलमान हैं, जिनके पुरखे मां भारती की ही संतान थे, उन पर नागरिकता कानून और NRC दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है। ये एक्ट उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं। किसी नए शरणार्थी को इस कानून का फायदा नहीं मिलेगा। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए ये कानून है।

9. कुछ लोग CAA को गरीबों के खिलाफ बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक छीन लेंगे। अरे झूठ फैलाने से पहले गरीबों पर तो दया करो भाई। पाकिस्तान से जो शरणार्थी आए हैं उनमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं। वहां आज भी दलितों के साथ दुर्व्यवहार होता है। वहां बेटियों के साथ अत्याचार होता है, जबरन शादी करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है। 

10. ये इसलिए किया जाता है क्योंकि उनकी आस्था, पूजा पद्धति अलग है। ऐसे शोषण के कारण ही वो भारत आए और देश के अलग-अलग कोनो में रह रहे हैं। दलित राजनीति करने का दावा करने वालों से भी मैं पूछना चाहता हूं कि आप इतने वर्षों से चुप क्यों थे? आपको इन दलितों की तकलीफ कभी क्यों नहीं दिखाई दी। आज जब इन दलितों के जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर करने का काम मोदी सरकार कर रही है तो आपके पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे हैं?

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