'हाउडी मोदी', जानिए आखिर क्या है इस शब्द का मतलब, इस कार्यक्रम पर होगी पूरे वर्ल्ड की नजर

एनआरजी स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम हाउडी मोदी शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर के लिए रिकार्ड संख्या में 50,000 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। हाउडी शब्द का प्रयोग दक्षिण पश्चिम अमेरिका में अभिवादन के लिए किया जाता है 

Asianet News Hindi | Published : Sep 16, 2019 9:31 AM IST / Updated: Sep 16 2019, 03:23 PM IST

वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी 22 सितम्बर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम हाउडी मोदी में शिरकत करेंगे, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वह भी भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करेंगे। ट्रम्प के इस फैसले की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सामुदायिक कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला लेकर ट्रम्प ने एक विशेष भाव दर्शाया है और यह फैसला दोनों देशों के बीच विशेष मित्रता को रेखांकित करता है।

दो सबसे बड़े लोकंतत्रों के नेता एक संयुक्त रैली को करेंगे संबोधित
एनआरजी स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम हाउडी मोदी शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर के लिए रिकार्ड संख्या में 50,000 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। हाउडी शब्द का प्रयोग दक्षिण पश्चिम अमेरिका में अभिवादन के लिए किया जाता है जिसका अर्थ होता है आप कैसे हैं? व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने रविवार को एक बयान में कहा, यह (मोदी-ट्रम्प की साझा रैली होगी) अमेरिका और भारत के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने, दुनिया के सबसे पुराने एवं सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुन: पुष्टि करने और उनकी ऊर्जा तथा व्यापारिक संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने का बेहतरीन मौका होगा।

भारत और अमेरिका के रिश्तों में ऐतिहासिक क्षण
यह पहला मौका होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति एक ही स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करेंगे। अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि ट्रम्प का हाउडी मोदी कार्यक्रम में हिस्सा लेना ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। श्रृंगला ने कहा, यह दोस्ती तथा सहयोग के मजबूत रिश्तों को दर्शाता है, जो भारत और अमेरिका के बीच विकसित हुए हैं। 

मोदी और ट्रंप के बीच होगी तीसरी मुलाकात 
प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रम्प के साथ हुई मुलाकात में इसका अनुरोध किया था। भारत जी-7 का हिस्सा नहीं है लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने उसे विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। जिसे ट्रम्प ने तुरन्त ही स्वीकार कर लिया था। मोदी और ट्रम्प के बीच इस साल यह तीसरी मुलाकात होगी। जी-7 से पहले दोनों नेताओं ने जून में जापान में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी।

(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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