वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत और अमेरिका लगातार बातचीत कर रहे हैं ताकि व्यापार से संबंधित विभिन्न मुद्दों को जल्द से जल्द हल किया जा सके।
नयी दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत और अमेरिका लगातार बातचीत कर रहे हैं ताकि व्यापार से संबंधित विभिन्न मुद्दों को जल्द से जल्द हल किया जा सके। गोयल ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, हमारी अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है, हमने कुछ चीजें तय की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जब साथ बैठकर चीजों को अंतिम रूप देंगे, हम आपको इसकी जानकारी दे देंगे। हम खुले दिल से काम कर रहे हैं। हम खुले दिल से कई क्षेत्रों पर गौर कर रहे हैं।
मोदी की अमेरिका यात्रा पर निर्भर करेगा सबकुछ
उनसे पूछा गया था कि मोदी-ट्रंप की बैठक के दौरान भारत-अमेरिका के बीच व्यापार क्षेत्र में जो घोषणा होगी, उनमें कौन कौन से क्षेत्र हो सकते हैं। इस पर गोयल ने कहा, हमारी पिछले कई माह से अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है। हम इनमें से कई मुद्दों के हल के लिए बातचीत कर रहे हैं। किसी तरह के करार की घोषणा होगी या नहीं यह प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पर निर्भर करेगा। मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान वह न्यूयॉर्क में कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भी शामिल होंगे।
आपसी व्यापार को बढ़ाना ही एकमात्र मकसद
दोनों देश व्यापार मुद्दों को हल करते हुए एक व्यापार पैकेज पर बातचीत कर रहे हैं। इसके पीछे मकसद आपसी व्यापार को बढ़ाना है। भारत चाहता है कि अमेरिका कुछ इस्पात और एल्युमीनियम उत्पादों पर लगाए गए ऊंचे शुल्क से छूट दे। साथ ही अमेरीका अपनी तरजीही सामान्यीकृत प्रणाली (जीएसपी) के तहत भारत के कुल उत्पादों को निर्यात लाभ दे। इसके अलावा भारत कृषि, वाहन, वाहन कलपुर्जा और इंजीनियरिंग जैसे उत्पादों के लिए बेहतर बाजार पहुंच चाहता है। वहीं अमेरिका चाहता है कि भारत कृषि उत्पाद, डेयरी उत्पाद, चिकित्सा उपकरण, आईटी और संचार के सामान पर आयात शुल्क कटौती कर उसे अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध कराए।
15 देशों के साथ होगी वीडियो कांफ्रेंस
वित्त वर्ष 2018-19 में अमेरिका को भारत का निर्यात 52.4 अरब डॉलर रहा, जबकि अमेरिका से आयात 35.5 अरब डॉलर रहा। व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में झुका
हुआ है। अमेरिका इस व्यापार घाटे को भी कम करना चाहता है। इसके अलावा गोयल से जब प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौते क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी
(आरसीईपी) के बारे में पूछा गया तो गोयल ने कहा कि भारत ने इस मामले में कुछ मुद्दों को लेकर अन्य 15 देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक करने का
फैसला किया है।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)