
मौसम डेस्क. भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) का पूर्वानुमान है कि मई के दूसरे हफ्ते तक तक लू (Heat Wave) का असर रहेगा। उत्तरभारत सहित देश के कई राज्यों मे भीषण गर्म पड़ रही है। उत्तरभारत के राज्यों में टेम्परेचर 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट आरके जेनामनी का अनुमान है कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू में प्रचंड गर्मी का असर बना रहेगा। 18 अप्रैल के बाद से एक और पश्चिमी विक्षोभ के बनने के आसार हैं।
मौसम में बदलाव की ये है वजह
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के मुताबिक, उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) बना हुआ है। पाकिस्तान के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। विदर्भ से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से गुजरते हुए निचले स्तरों पर एक ट्रफ बनी हुई है। वहीं, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर और केरल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। इन सबके कारण मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
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इन राज्यों में लू का अलर्ट
दिल्ली, उत्तर पश्चिमी राजस्थान और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में हीट वेव की स्थिति अभी भी बनी हुई है। पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, गुजरात और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू चल सकती है। राजस्थान में 16 अप्रैल के आसपास लू चलने का अनुमान लगाया गया है।
इन राज्यों में बारिश अलर्ट
मौसम विभाग और स्काईवेट वेदर ने अगले 24 घंटों के दौरान असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी दी है। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, केरल, तमिलनाडु, दक्षिण कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश की संभावना है। छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून का पैमाना बदला
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) ने सामान्य दक्षिण-पश्चिम मानसून का पैमाना गुरुवार को बदलकर कम किया है। अभी 880.6 मिमी बारिश को सामान्य कहा जाता था, लेकिन अब इसे 868.6 मिमी माना जाएगा। पहले आईएमडी मानसूनी वर्षा का अनुमान लगाने 1961-2010 के बीच के 88 सेंटीमीटर दीर्घावधि औसत बाारिश का आकलन करता था।
ऐसा रहा बीते दिन का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई। जबकि दक्षिण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट हल्की बारिश हुई।
उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छींटे पड़े। उधर, जम्मू कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर ओले पड़ने की गतिविधियां नजर आईं।