कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात के बाद साइकिल चलाकर संसद पहुंचे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर अजब-गजब कमेंट्स आ रहे हैं।
नई दिल्ली. राहुल गांधी मंगलवार को साइकिल चलाकर संसद भवन क्या पहुंचे; सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उन्हें अगला प्रधानमंत्री बता दिया, तो कुछ ने मजे ले लिए। बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी ने विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक की थी। इसका मकसद विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार को एकसाथ मिलकर घेरना है।
महंगाई के मुद्दे पर एक जुट होने की अपील
राहुल गांधी ने मंगलवार को समान विचारधार वाले 17 राजनीति दलों के साथ कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में ब्रेकफास्ट किया। इसके बाद सभी लोग साइकिल से संसद भवन पहुंचे। इस समय मानसून सत्र चल रहा है। बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दल आपस में बहस कर सकते हैं, लेकिन पेट्रोल-डीजल जैसे मसले पर सभी को एक साथ आवाज उठानी होगी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। इसलिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी।
twitter पर साइकिल की चर्चा
राहुल गांधी ने साइकिल से संसद भवन पहुंचने के बाद एक tweet किया-ना हमारे चेहरे ज़रूरी हैं, ना हमारे नाम। बस ये ज़रूरी है कि हम जन प्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान हैं। यही हैं अच्छे दिन?
इस पर यूजर्स की जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं आईं।
#संसद_ना_चले_विपक्ष_को_वतन_न_मिले_। देशवासियों आप बताओ विपक्ष जो आज सदन नहीं चलने दे रहा है, क्या? हां अच्छा है? विपक्ष का काम है मुदा उठाना, लेकिन सदन में चर्चा होना अभी के समय सबसे महत्वपूर्ण है।
मेरीकॉम ने मेडल न जितने पर देश से माफी मांगी है..!! इधर एक बन्दा 40 चुनाव हारने के बाद भी शान से कभी ट्रेक्टर तो कभी साइकिल दौड़ा रहा है..!!
एक जमाना था जब जनता आंदोलन करती थी, और नेता घर बैठ के मजे लेते थे…मगर आज मोदी जी ने ऐसी परिस्थिति कर दी है कि भ्रष्ट नेता आंदोलन कर रहे हैं और जनता शांत बैठकर घर पर मज़े ले रही है !!
आपके शासन काल में तो सब फ्री में मिलता था, तभी डॉ. मनमोहन सिंह जी कहते थे कि पैसे पेड़ पर नही लगते और देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है। सब युवाओं को सरकारी नौकरी मिली हुई थी, बकवास की भी हद होती है। देश की आम जनता सब समझ रही है।
घर से ही साइकिल में आना था सर, यहां चलाकर क्या नाटक कर रहे हो? मैं आपको 3024 के लिए समर्थन करता हूं।
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twitter पर लगातार सक्रिय हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी twitter पर लगातार सक्रिय रहकर सरकार को घेरने में लगे हैं। 31 जुलाई को मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर पर उन्होंने बिना नाम लिए मोदी पर कटाक्ष किया था। 'आदमी का सबसे बड़ा दुश्मन उसका ग़ुरूर है।' यह मुंशी प्रेमचंद का एक अमर वाक्य है। हालांकि इसके बाद कई यूजर्स के तीखे रिप्लाई भी आए।
इससे पहले राहुल गांधी ने tweet किया था-हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है कि सांसद जनता की आवाज़ बनकर राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा करें। मोदी सरकार विपक्ष को ये काम नहीं करने दे रही। संसद का और समय व्यर्थ मत करो- करने दो महंगाई, किसान और #Pegasus की बात!
महंगाई पर राहुल गांधी ने tweet किया था-उन्होंने एक tweetकरते हुए लिखा-सब सामान महंगा होता जा रहा है- उपभोक्ता परेशान हैं। लेकिन क्या इसका थोड़ा भी फ़ायदा छोटे उत्पादक, दुकानदार या किसान को हो रहा है? नहीं! क्यूंकि ये महंगाई असल में मोदी सरकार की अंधाधुंध टैक्स वसूली है। #TaxExtortion