सार
राहुल गांधी ने मंगलवार को समान विचारधार वाले 17 राजनीति दलों के साथ कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में ब्रेकफास्ट किया। इसके बाद सभी लोग साइकिल से संसद भवन पहुंचे।
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को रोकने और संसद में जारी गतिरोध पर चर्चा करने आज राहुल गांधी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में समान विचारधारा वाले 17 राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चाय-नाश्ते पर चर्चा की। तृणमूल कांग्रेस भी शामिल हुई, लेकिन आम आदमी पार्टी और बसपा गायब थी। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दल आपस में बहस कर सकते हैं, लेकिन पेट्रोल-डीजल जैसे मसले पर सभी को एक साथ आवाज उठानी होगी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। इसलिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में विपक्ष की निंदा
इधर बीजेपी संसदीय दल की बैठक भी हो रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा-पीएम ने खुशखबरी के साथ शुरुआत की कि जुलाई आ गया है। हमारे पास 1.16 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह था। टोक्यो ओलंपिक से खबरें, चाहे पीवी सिंधु द्वारा कांस्य या हॉकी टीमों की उपलब्धियां, जुलाई में आई हैं। केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष की निंदा करते हुए कहा-दोनों सदनों में विपक्ष के कृत्यों से संसद का अपमान किया जा रहा है। जिस व्यक्ति ने कागज छीन लिया और उसे फाड़ दिया, उसे अपने कृत्यों का पश्चाताप नहीं है। विधेयकों को पारित करने के संबंध में एक वरिष्ठ सांसद द्वारा की गई टिप्पणी अपमानजनक है। पीएम ने यह भी कहा कि हम लोगों के प्रति प्रतिबद्धता को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पीएम ने ई-रूपी के बारे में बात की। इसका लोगों के लिए एक लक्षित और उद्देश्य-विशिष्ट लाभ होगा। कई योजनाओं का उपयोग कभी-कभी किसी अन्य उद्देश्य के लिए किया जाता है लेकिन ई-रूपी इसका समाधान करेगा
यूपी चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं राहुल
राहुल गांधी लगातार सरकार को घेरने में लगे हैं। अब वे यूपी चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकसाथ लाने की कवायद कर रहे हैं। राहुल गांधी के ब्रेक फास्ट में तृणमूल कांग्रेस, तमिलनाडु की सत्ता पर काबिज द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी शामिल हुई।
सपा भी कांग्रेस के साथ आने को इच्छुक
बता दें कि यूपी में बड़ी विपक्षी पार्टी सपा भी भाजपा को रोकने कांग्रेस से हाथ मिलाने को तैयार है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक बयान दे चुके हैं कि कांग्रेस को तय करना चाहिए कि उसे यूपी में भाजपा से लड़ना है या सपा से।
इस ब्रेकफास्ट मीटिंग का दूसरा अहम एजेंडा संसद में गतिरोध भी है। किसान, पेगासस, महंगाई और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष लगातार संसद में हंगामा करता आ रहा है। इससे संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई।
twitter पर लगातार सक्रिय हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी twitter पर लगातार सक्रिय रहकर सरकार को घेरने में लगे हैं। 31 जुलाई को मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर पर उन्होंने बिना नाम लिए मोदी पर कटाक्ष किया था। 'आदमी का सबसे बड़ा दुश्मन उसका ग़ुरूर है।' यह मुंशी प्रेमचंद का एक अमर वाक्य है। हालांकि इसके बाद कई यूजर्स के तीखे रिप्लाई भी आए।
इससे पहले राहुल गांधी ने tweet किया था-हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है कि सांसद जनता की आवाज़ बनकर राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा करें। मोदी सरकार विपक्ष को ये काम नहीं करने दे रही। संसद का और समय व्यर्थ मत करो- करने दो महंगाई, किसान और #Pegasus की बात!
महंगाई पर राहुल गांधी ने tweet किया था-उन्होंने एक tweetकरते हुए लिखा-सब सामान महंगा होता जा रहा है- उपभोक्ता परेशान हैं। लेकिन क्या इसका थोड़ा भी फ़ायदा छोटे उत्पादक, दुकानदार या किसान को हो रहा है? नहीं! क्यूंकि ये महंगाई असल में मोदी सरकार की अंधाधुंध टैक्स वसूली है। #TaxExtortion
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