आधा सितंबर गुजरते बारिश का सिलिसला भी रुकने लगा है। मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में कहीं भी बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया है। हालांकि मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उत्तरी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम डेस्क. भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department-IMD) के अनुसार,आजकल में उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में कमी हो सकती है। लेकिन मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उत्तरी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। (लखनऊ की कुछ दिन पुरानी तस्वीर)
इन राज्यों में हल्की या मध्यम बारिश का अलर्ट
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, आजकल में झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, दक्षिण गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश संभव है।
बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, बीते दिन हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, बिहार के शेष हिस्सों, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, केरल, लक्षद्वीप और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई। तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट, तटीय ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश के पूर्वी उत्तराखंड के हिस्सों, पूर्वी बिहार और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
मानसून से जुड़े मौसमी सिस्टम
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, मानसून की ट्रफ अब गंगानगर, हिसार, बरेली, गोरखपुर, गया, रांची, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी की ओर जा रही है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से निचले स्तर पर मन्नार की खाड़ी तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं(cyclonic winds) का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) पूर्वी मध्य और उससे सटे उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से 20 सितंबर तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट के पास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
ओडिशा में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने रविवार को कम दबाव के कारण अगले तीन दिनों में ओडिशा में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र (जिसने शनिवार को आकार लिया) बंगाल के उत्तर और मध्य खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। बुलेटिन के अनुसार इसके प्रभाव से मंगलवार के आसपास समुद्र के उत्तर-पश्चिमी हिस्से पर कम दबाव बनेगा।मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को पुरी, कालाहांडी, कंधमाल और गंजम में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की नारंगी चेतावनी जारी की। खुर्दा, कटक, मलकानगिरी, नबरंगपुर, नयागढ़, रायगढ़, गजपति, जगतसिंहपुर, कोरापुट और केंद्रपाड़ा में 65-115 मिमी की भारी बारिश हो सकती है। मंगलवार और बुधवार को कई जिलों में 116-204 मिमी की भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
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