शादी के बाद अधिक वक्त साथ नहीं रह पाते प्रेमी जोड़े, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- प्रेम विवाह करने वाले लेते हैं सबसे अधिक तलाक

Published : May 17, 2023, 12:24 PM ISTUpdated : May 17, 2023, 12:45 PM IST
Love Marriage

सार

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को तलाक से जुड़े एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि प्रेम विवाह करने वाले लोग सबसे अधिक तलाक लेते हैं। कोर्ट ने कहा कि तलाक के मामले सबसे अधिक लव मैरिज में देखन को मिलते हैं।

नई दिल्ली। क्या प्रेम विवाह करने वाले जोड़े माता-पिता की मर्जी से शादी करने वालों की तुलना में अधिक समय तक साथ नहीं रह पाते। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से इस बात पर बहस शुरू हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को तलाक से जुड़े एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि तलाक के अधिकतर मामले प्रेम विवाह से जुड़े होते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लव मैरिज से तलाक की नौबत आ रही है। जस्टिस बीआर गवई और संजय करोल की पीठ ने यह टिप्पणी की। पीठ विवाह से जुड़े विवाद के मामले को ट्रांसफर किए जाने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। मामले में अपनी दलील दे रहे वकील ने कोर्ट को बताया कि जिस विवाह को लेकर विवाद हुआ वह प्रेम विवाह था। इसपर जस्टिस गवई ने कहा, "ज्यादातर तलाक लव मैरिज से ही हो रहे हैं।"

पति ने किया मध्यस्थता की पेशकश का विरोध
कोर्ट ने मध्यस्थता की पेशकश की तो पति ने इसका विरोध किया। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि हाल के एक फैसले के मद्देनजर महिला पति की सहमति के बिना भी उसे तलाक दे सकती है। इसके बाद बेंच ने मध्यस्थता का आह्वान किया और कहा कि पति-पत्नी को बातचीत कर अपने विवाद सुलझाना चाहिए।

PREV

Recommended Stories

6 साल की बच्ची के साथ निर्भया जैसी हैवानियत: नाकाम होने पर प्राइवेट पॉर्ट में डाला रॉड
IndiGo Crisis: कोलकाता से मुंबई तक रिव्यू-एविएशन सिस्टम में कौन-सी खामी हुई उजागर?