
Coldrif Syrup MP Ban: मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा जिले से सामने आई खबर ने पूरे राज्य को हिला दिया है। कोल्ड्रिफ (Coldrif) और नेक्स्ट्रो-डीएस (Nextro-DS) कफ सिरप की वजह से 9 मासूम बच्चों की किडनी फेल होने से मौत होने की खबर ने लोगों को डर और चिंता में डाल दिया है। इस दुखद घटना के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने ट्विटर/X पर पोस्ट कर पूरे मध्यप्रदेश में इन सिरप्स पर बैन लगाने की जानकारी दी है।
स्थानीय डॉक्टर की सलाह पर बच्चों को ये सिरप दिया गया था। लेकिन जैसे ही बच्चों की हालत बिगड़ी, राज्य सरकार ने तुरंत जांच के लिए तीन अलग-अलग टीमें गठित की। अब राज्य स्तर पर भी SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) बनाकर मामले की गहराई से जांच की जा रही है। सीएम मोहन यादव ने X पर लिखा कि, “छिंदवाड़ा में Coldrif सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री पूरे राज्य में बंद कर दी गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
कोल्ड्रिफ सिरप और नेक्स्ट्रो-डीएस सिरप कांचीपुरम स्थित श्री सन फार्मा कंपनी के उत्पाद हैं। छिंदवाड़ा में सिर्फ तीन मेडिकल शॉप्स-आयुष फार्मा, न्यू अपना फार्मा और जैन मेडिकल एवं जनरल स्टोर में ही ये सिरप सप्लाई हुई। जानकारी के मुताबिक, महाकौशल डीलर कटारिया फार्मास्यूटिकल ने 660 बोतल सिरप मंगाई थी, जिनमें से 594 बोतल छिंदवाड़ा भेजी गई और बाकी 66 बोतल डीलर के ऑफिस में रखी गई।
साल 2023 में डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस (DGHS) ने सभी राज्यों को पत्र भेजकर चेतावनी दी थी कि क्लोरफेनिरामाइन मैलिएट + फिनाइलेफ्राइन सिरप 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। छिंदवाड़ा में मरे 9 बच्चों में 7 की उम्र 4 साल या उससे कम थी, जबकि 2 बच्चे 5 साल के थे।
राज्य और केंद्र की संयुक्त टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। इसमें शामिल हैं:
तीन टीमें अलग-अलग स्तर पर जांच कर रही हैं। CDSCO दिल्ली की टीम मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया की जांच कर रही है। चेन्नई और छिंदवाड़ा की टीम मौके पर मौजूद है।
हालांकि ये खबर चिंता बढ़ाने वाली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी दवा से मौत का कारण तुरंत नहीं कहा जा सकता। जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती, यह कहना जल्दबाजी होगी।