
मुंबई। मायानगरी मुंबई की हवा आज फिर जहर बन गई। मंगलवार सुबह शहर धुंध की ऐसी मोटी चादर में लिपटा दिखा कि लोग घर से बाहर निकलते ही घुटन महसूस करने लगे। मुंबई AQI 232, यानी हवा "गंभीर" कैटेगरी में पहुंच गई। हवा में धुआं, धूल और प्रदूषक इतने बढ़ चुके हैं कि कई जगह तो हालात और भी डराने वाले हैं-खासकर वडाला ट्रक टर्मिनल, जहां AQI 380 दर्ज किया गया। यह लेवल इतना खराब है कि इसे “खतरनाक” कहा जाता है। लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर मुंबई की हवा इतनी खराब कैसे हो गई? क्या इंडस्ट्रियल स्मॉग, कंस्ट्रक्शन की धूल, ट्रैफिक का धुआं या मौसम… इनमें से कौन असली वजह है?
मुंबई की हवा आज फिर जहर बन गई। मंगलवार सुबह शहर धुंध की ऐसी मोटी चादर में लिपटा दिखा कि लोग घर से बाहर निकलते ही घुटन महसूस करने लगे। शहर का ओवरऑल AQI 232 रिकॉर्ड किया गया, जो सीधा ‘गंभीर’ कैटेगरी में आता है। हवा में धुआं, धूल और प्रदूषक इतने बढ़ चुके हैं कि कई जगह तो हालात और भी डराने वाले हैं-खासकर वडाला ट्रक टर्मिनल, जहां AQI 380 दर्ज किया गया। यह लेवल इतना खराब है कि इसे “खतरनाक” कहा जाता है। मतलब, हवा अब सिर्फ खराब नहीं, बल्कि सेहत के लिए सचमुच खतरनाक हो चुकी है। लोग घर से बाहर निकले ही थे कि गले में खराश, सांस में भारीपन और आंखों में जलन महसूस होने लगी। सड़कें, बिल्डिंगें और हवा-सब एक सफेद धुंध में लिपटी नज़र आईं। लेकिन सबसे डराने वाली बात यह है कि यह स्थिति हर जगह समान नहीं है-कुछ इलाके इससे भी बदतर हालात झेल रहे हैं।
मुंबई का सबसे खतरनाक हाल फिलहाल वडाला ट्रक टर्मिनल का है, जहां AQI 380 दर्ज किया गया। यह सीधा “खतरनाक” स्तर है। इसका मतलब यह है कि यहां की हवा में मौजूद प्रदूषण न सिर्फ सेंसिटिव लोगों के लिए, बल्कि पूरी आबादी के लिए गंभीर बीमारी का जोखिम पैदा कर रहा है। ये हालात लगातार कंस्ट्रक्शन धूल हवा में मिलने की वजह से उत्पन्न हो रहे हैं या फिर या मौसम प्रदूषण को जमीन पर रोक ले रहा है? इन सवालों का किसी को ठीक-ठीक पता नहीं, लेकिन हालात चिंताजनक जरूर हैं।
मुंबई के कई हिस्सों में AQI तेजी से बढ़ा है:
यह साफ दिखाता है कि यह समस्या सिर्फ इंडस्ट्रियल एरिया की नहीं है, बल्कि पूरी मुंबई जहरीली हवा की गिरफ्त में है-even sea breeze वाले इलाकों में भी।
BMC ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि अगर किसी इलाके का AQI लगातार 200+ बना रहता है, तो कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी और इंडस्ट्रियल यूनिट्स को तुरंत रोका जा सकता है। यह कदम GRAP-4 (Graded Response Action Plan) के तहत उठाया जाएगा, जो एयर पॉल्यूशन कंट्रोल का सबसे सख्त नियम है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की स्पीड कम और नमी ज्यादा है। इससे प्रदूषण हवा में घुलने के बजाय जमीन के पास ठहर जाता है। अगर हालात ऐसे ही रहे, तो AQI और बढ़ सकता है। यह हाल सिर्फ आंकड़े नहीं बताते-मुंबई अब एक बड़े हेल्थ अलर्ट की तरफ बढ़ रही है।