जेएनयू के स्कॉलर शरजील इमाम के समर्थन में मुंबई में की गई नारेबाजी के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आजाद मैदान पुलिस ने तकरीबन 50-60 लोगों के खिलाफ राजद्रोह जैसे मामले दर्ज किए हैं।
मुम्बई. जेएनयू के स्कॉलर शरजील इमाम के समर्थन में मुंबई में की गई नारेबाजी के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आजाद मैदान पुलिस ने तकरीबन 50-60 लोगों के खिलाफ राजद्रोह जैसे मामले दर्ज किए हैं। इनमें एक आरोपी का नाम उर्वशी चूडावाला है जिनके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में एमए (मीडिया) की छात्रा हैं। चूडावाला जेंडर भेदभाव के खिलाफ काम करने वाले संगठन TISS Queer Collective भी जुड़ी हुई हैं।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
पुलिस उपायुक्त प्रणय अशोक ने बताया कि चूड़ावाला के अलावा 50 अन्य पर भी भारतीय दंड संहिता की धारा-- 124 ए (देशद्रोह), 153 बी (राष्ट्रीय अखंडता के प्रति पूर्वाग्रहपूर्ण बयान), 505 (लोगों को उकसाने के लिए दिया गया बयान), 34 (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लगाए थे नारे
मुंबई से मिली जानकारी के मुताबिक एक फरवरी को आजाद मैदान में एलजीबीटीक्यू के कार्यक्रम में जामिया मिल्लिया में देश विरोधी बयान के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम के समर्थन में राष्ट्र विरोधी नारे लगाए गए थे। रैली में 'शरजील तेरे सपनों को हम मंजिल तक पहुंचाएंगे' नारा लगाने वालों में चूड़ावाला सबसे आगे थीं। उनका वीडियो वायरल हो रहा है।
बीजेपी के पूर्व सांसद ने दर्ज कराई है शिकायत
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने चूड़ावाला और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हम आगे की जांच के सिलसिले में उन्हें थाने बुलायेंगे।’’ आजाद मैदान थाने ने यह मामला दर्ज किया है। इससे पहले सोशल मीडिया पर एक एक वीडियो सामने आया था जिसमें चूड़ावाला एक फरवरी को एलजीबीटीक्यू कार्यक्रम में कथित रूप से नारे लगाते दिखे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने दो फरवरी को इस संबंध में एक शिकायत दर्ज करायी थी।
क्या है पूरा मामला
नागरिकता कानून के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान शरजील लोगों को भड़काने के साथ ही देश विरोधी बान दिया था। शरजील ने लोगों को भड़काते हुए कहा था कि 'आप जानते हो असम में मुसलमानों के साथ क्या हो रहा है? एनआरसी वहां लागू हो चुका है और लोगों को डिटेंशन कैंपों में भेजा जा रहा है। शरजील ने कहा कि हमें असम के रास्ते बंद करने होंगे जिससे सेना और अन्य सप्लाई वहां न पहुंच सके। मुर्गी की गर्दन मुसलमानों के हाथ में है।